राजस्थानी भाषा को प्राथमिक शिक्षा में शामिल करना होगा। जिला कलेक्टर
बाड़मेर राजस्थानी पुस्तक दीकरी का लोकार्पण ,राजस्थानी साहित्य में लिखना उपलब्धि
बाड़मेर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने कहा की राजस्थानी भाषा विश्व की समृद्धशाली भाषा हे ,देश के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होने का अधिकार रखती हैं ,राजस्थानी विश्व भर में बोली जाने वाली भाषा हे जिसका अनूठा संस्कृति हैं ,शरमा शनिवार को मायड़ भाषा दिवस पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघरश समिति बाड़मेर द्वारा जय नारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित समारोह में मुख्य अतिति के रूप में बोल रहे थे ,समारोह में डॉ नखतदान बारहट लिखित पुस्तक दीकरी का लोकार्पण जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ,समिति के प्रदेश महामंत्री डॉ राजेंद्र सिंह बारहट पितम्बरदास सुखानी और भूमि अवाप्ति अधिकारी के ,इस अवसर पर संघरश समिति के हाल ही में चुने गए जन प्रतिनिधियों का सम्मान किया ,
गया समारोह को सम्बोधित करते हुए मधुसूदन शर्मा ने कहा की घर और समाज में बेटी का अपना महत्त्व हे ,बहुत कम लोग बेटी को आदर्श अभियक्ति लिख पाते हैं ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा के साहित्य में बेटियो पर बहुत कम लिखा गया हैं ,यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी राजस्थानी। उन्होंने कहा की बेटियो को लेकर सकारात्मक साहित्य रचना समय की मांग हे ,उन्होंने डॉ नखतदान बारहट को बधाई देते हुए समाज हिट का लेखन जारी रखने को ,कहा इस अवसर पर डॉ राजेंद्र सिंह बारहट ने कहा की समाज में नारी शक्ति को कमतर आंकना भूल होगी ,नारी शक्ति के बिना समाज की कल्पना बेमानी हे ,उन्होंने कहा की डिंगल शैली में डीकरी पर सोरठे लिखना चुनौती पूर्ण लेखन हैं ,यह राजस्थानी भाषा के साहित्य में अनूठी पहल हैं ,बारहट ने कहा की बेटियो के प्रति होगा ,उन्हें आगे बढ़ने के प्रेरित करणा होगा ,इस अवसर पर लेखक डॉ ने अपने उदगार दीकरी पर व्यक्त करते हुए कहा की दीकरी पुस्ता उनकी भावनाओ से जुडी हैं ,इक्यासी सोरठों में सम्माहित इस अपना खास , कहा की राजस्थानी भाषा को में यह सहायक सिद्ध हो सकती हैं ,इस अवसर पर पीताम्बर दास सुखानी ,प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी डिंगल कवि मीठा खान मीर ,फकीरा खान ,डीप सिंह रणधा ,भीखदान चारण ,मेगुदान चारण ,महादान सिंह बारहट भादरेश ,अखेदान बारहट ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,श्रीमती पुष्पा चौधरी रिडमल सिंहदाता ,मगर सिंह खरा ,नरेश , सुलतान सिंह रेडना ,हिन्दू सिंह तामलोर ,रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चली ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,छोटू सिंह राठोड ,डॉ हितेश छंगाणी सहित कई विद्द्वान उपस्थित थे ,
बाड़मेर राजस्थानी पुस्तक दीकरी का लोकार्पण ,राजस्थानी साहित्य में लिखना उपलब्धि
बाड़मेर जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ने कहा की राजस्थानी भाषा विश्व की समृद्धशाली भाषा हे ,देश के संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल होने का अधिकार रखती हैं ,राजस्थानी विश्व भर में बोली जाने वाली भाषा हे जिसका अनूठा संस्कृति हैं ,शरमा शनिवार को मायड़ भाषा दिवस पर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा संघरश समिति बाड़मेर द्वारा जय नारायण व्यास महिला शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय में आयोजित समारोह में मुख्य अतिति के रूप में बोल रहे थे ,समारोह में डॉ नखतदान बारहट लिखित पुस्तक दीकरी का लोकार्पण जिला कलेक्टर मधुसूदन शर्मा ,समिति के प्रदेश महामंत्री डॉ राजेंद्र सिंह बारहट पितम्बरदास सुखानी और भूमि अवाप्ति अधिकारी के ,इस अवसर पर संघरश समिति के हाल ही में चुने गए जन प्रतिनिधियों का सम्मान किया ,
गया समारोह को सम्बोधित करते हुए मधुसूदन शर्मा ने कहा की घर और समाज में बेटी का अपना महत्त्व हे ,बहुत कम लोग बेटी को आदर्श अभियक्ति लिख पाते हैं ,उन्होंने कहा की राजस्थानी भाषा के साहित्य में बेटियो पर बहुत कम लिखा गया हैं ,यह पुस्तक मील का पत्थर साबित होगी राजस्थानी। उन्होंने कहा की बेटियो को लेकर सकारात्मक साहित्य रचना समय की मांग हे ,उन्होंने डॉ नखतदान बारहट को बधाई देते हुए समाज हिट का लेखन जारी रखने को ,कहा इस अवसर पर डॉ राजेंद्र सिंह बारहट ने कहा की समाज में नारी शक्ति को कमतर आंकना भूल होगी ,नारी शक्ति के बिना समाज की कल्पना बेमानी हे ,उन्होंने कहा की डिंगल शैली में डीकरी पर सोरठे लिखना चुनौती पूर्ण लेखन हैं ,यह राजस्थानी भाषा के साहित्य में अनूठी पहल हैं ,बारहट ने कहा की बेटियो के प्रति होगा ,उन्हें आगे बढ़ने के प्रेरित करणा होगा ,इस अवसर पर लेखक डॉ ने अपने उदगार दीकरी पर व्यक्त करते हुए कहा की दीकरी पुस्ता उनकी भावनाओ से जुडी हैं ,इक्यासी सोरठों में सम्माहित इस अपना खास , कहा की राजस्थानी भाषा को में यह सहायक सिद्ध हो सकती हैं ,इस अवसर पर पीताम्बर दास सुखानी ,प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी डिंगल कवि मीठा खान मीर ,फकीरा खान ,डीप सिंह रणधा ,भीखदान चारण ,मेगुदान चारण ,महादान सिंह बारहट भादरेश ,अखेदान बारहट ,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी ,श्रीमती पुष्पा चौधरी रिडमल सिंहदाता ,मगर सिंह खरा ,नरेश , सुलतान सिंह रेडना ,हिन्दू सिंह तामलोर ,रमेश सिंह इन्दा ,दिग्विजय सिंह चली ,जीतेन्द्र फुलवारिया ,छोटू सिंह राठोड ,डॉ हितेश छंगाणी सहित कई विद्द्वान उपस्थित थे ,
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