शनिवार, 28 फ़रवरी 2015

बाडमेर घटते षिषु लिंगानुपात एवं मेडिकल एथिक्स पर सेमीनार आयोजित

 बाडमेर घटते षिषु लिंगानुपात एवं मेडिकल एथिक्स पर सेमीनार आयोजित 

28 फरवरी 2015, सेन्टर फाॅर एडवोकेसी एण्ड रिसर्च (सीएफएआर) एवं बाडमेर पीसीपीएनडीटी प्रकोष्ठ के सयुंक्त तत्वाधान में बाडमेेेेर के चिकित्सकों के लिए घटते शिशु लिंगानुपात व मेडिकल एथिक्स विषय पर होटल कैलाश इन्टरनेशनल में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में बाडमेर के चिकित्सक इस ज्वलन्तशील मुददे पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हुए। 

ड़ा एस के बिष्ट, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, बाड़मेर ने घटते शिशु लिंगानुपात के आंकड़ों पर चिन्ता व्यक्त करते हुये कहा कि सभी को मिलजुल कर सामाजिक एकजुटता कर भूं्रण हत्या को रोकने के प्रयास किये जाने चाहिये साथ ही बालिका के संपूर्ण विकास के लिये लिंग जांच करवाना व लिंग जांच आधारित गर्भपात करवाना अनैतिक हैं।  2001 -2008 तक 45 लाख बालिकाओं का अस्तित्व खत्म किया जा चुका है। हमें मिलकर कानून को मजबूत करना है। 0-6 साल की बालिकाओं की घटती संख्या का कारण दहेज, हिंसा इत्यादि सभी कारण है। 

इस संगोष्ठी में ड़ा हरीश जांगिड़ ने सदन को संबोधित करते हुये कहा कि यह राष्ट्रीय स्तर का ज्वलंतशील मुद्दा है। उन्होने कहा कि सोनोग्राफी मशीन का उपयोग मरीजों की जान बचाने के लिये किया जाना चाहिये न कि लिंग परीक्षण के लिये। साथ ही उन्होने इस बात पर भी जोर दिया कि चिकित्सकों को कानून की पालना में पूर्ण सहयोग देना होगा। कानून की पालना करना हमारा कर्तव्य हैै न कि हमें इसे बोझ समझना चाहिये। 


संगोष्ठी के दौरान ड़ा प्रवीण शर्मा ने अन्य चिकित्सकांे की सहमति पर सुझाव दिया कि फार्म एफ भरने के लिये युवाओं का चयन कर उन्हे प्रशिक्षित कर केन्द्रो पर फाॅर्म एफ भरने में सहयोग देने के लिये तैयार किया जाये। गर्भवती महिला द्वारा सोनोग्राफी करवाने के लिये युनिक कोड ई मित्र के माध्यम से आरम्भ किया जायेे जिससे महिला की आई डी संबधित जानकारी का विवरण ई मित्र के पास आवश्यकता पड़ने पर मिल सके। विद्यालय पाठ्यक्रम में पीसीपीएनडीटी कानून की जानकारी सरल शब्दों में समावेश किया जाये।ं  

जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक विक्रम सिंह ने पीसीपीएनडीटी कानून में हुये नवीनतम संशोधनों की जानकारी की। सीएफएआर की प्रोजेक्ट मैनेजर ने बाडमेर के शिशु लिंगानुपात एवं ए.एच.एस 2012-2013 के आंकडों के बारे में बताया और साथ ही प्रशासन द्वारा बेटी बचाओ के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

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