शुक्रवार, 6 फ़रवरी 2015

बाड़मेर। मेवाराम जैन का राजनितिक कद बढ़ा

बाड़मेर। मेवाराम जैन का राजनितिक कद बढ़ा

दुर्ग‬सिंह राजपुरोहित


बाड़मेर। नगरपरिषद् और अब पंचायती राज चुनावो की जीत मिलने के बाद कांग्रेस के साथ साथ बीजेपी कार्यकर्ता भी दबी जुबां से स्थानीय कहावत को जम कर दोहरा रहे हैं। मेवा राम जैन के बारे में कांग्रेस के साथ साथ बीजेपी के लोग भी कह रहे हैं कि चेलो ना चोंटि , मेवो एकलो मोटी। असल में बीजेपी के लिए मेवाराम जैन पिछले एक दशक से बड़ी चुनौती बन कर सामने आये हैं। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता डॉ प्रियंका चौधरी पूर्व शिव विधायक और ज़िला अध्यक्ष डॉ जालम सिंह रावलोत डॉ की उपाधि हासिल करने के बाद भी अल्प शिक्षित मेवाराम जैन की राजनीतिक "चाणक्य" बुद्धि को पहुंच नहीं पा रहे हैं। बाड़मेर के कई धनकुबेर बीजेपी को जिताने के लिए जोड़ तोड़ की योजना पर बेहतरीन "परफॉमेंस" दिखाने के मुगालते में पार्टी को बड़ा नुकसान पहुंचा चुके हैं। ऐसे में कहा जाए कि मेवाराम जैन का चुनावी चक्रव्यूह बीजेपी के लिए मुश्किल किला है जिसे भेदना बीजेपी के तथाकथित "अभिमन्यु" किस्म के लोगो के बस की बात नहीं लगती।





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