बुधवार, 18 फ़रवरी 2015

बाडमेर स्वाइन फ्लू की रोकथाम हेतु प्रभावी पर्यवेक्षण के निर्देश


बाडमेर स्वाइन फ्लू की रोकथाम हेतु प्रभावी पर्यवेक्षण के निर्देश
बाडमेर, 18 फरवरी। जिले में ब्लाॅक स्तर पर स्वाइन फ्लू के उपचार, रोकथाम एवं बचाव संबंधी की जा रही कार्यवाही के प्रभावी पर्यवेक्षण हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को ब्लाॅक आवंटित कर संबंधित ब्लाॅक मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ नियमित रूप से संयुक्त भ्रमण कर व्यवस्थाओं की माॅनिटरिंग के निर्देश दिए गए है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. सुनिल कुमार सिंह बिष्ट ने बताया कि जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. खुशवंत खत्री को चैहटन, सिणधरी व धोरीमना, जिला क्षय रोग अधिकारी बाडमेर डाॅ. पंकज खुराना को शिव, सिवाना व बालोतरा तथा जिला परियोजना समन्वयक आरएमएससी डाॅ. बी.एस. गहलोत को बायतु व बाडमेर ब्लाॅक में फील्ड विजित करने के निर्देश दिए गए है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि किसी भी प्रकार की सर्दी, जुकाम, बुखार होने पर अपने आप दवाईयां न ले तथा नीम हकीम के पास जाने से बचे। उन्होने उचित परामर्श व उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों में परामर्श लेने को कहा है ताकि संदिग्ध रोगी होने पर उचित जांच व उपचार किया जा सकें। उन्होने बताया कि डब्लयुएसओ गाईड लाईन अनुसार किसी व्यक्ति के स्वाइन फ्लू से संक्रमित होने पर अगर 48 घण्टे के अन्दर टेमीफलू दवाई मिल जाती है तो रोगी को गम्भीर बीमारी या मृत्यु से बचाया जा सकता है, जिसमें गर्भवती महिला भी शामिल है।

उन्होने सभी जन प्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकताओं, गैर सरकारी संगठनों, सरकारी अधिकारियों एवं कर्मचारियों से उपरोक्त जानकारी से ग्राम पंचायत स्तर पर अधिक से अधिक लोगों को स्वाइन फ्लू के बचाव, उपचार के संबंध में जागरूक करने की अपील की है ताकि आम जन को समय पर उपचार मिल सकें।

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