पटना। बिहार में एक पंचायत ने दुष्कर्म मामले में बेतुका फैसला कर सबको हैरान कर दिया। पंचायत सदस्यों ने दुष्कर्म पीडिता को आरोपी से 31 हजार रूपए लेकर घटना को भूल जाने की हिदायत दी। लेकिन आरोपी ने दुष्कर्म पीडिता को पैसे देने से मना कर दिया। पंचायत के अन्यायपूर्ण फैसले के खिलाफ पीडिता ने पुलिस का दरवाजा खटखटाया।
पुलिस सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पटना के करीब 150 किमी दूर नावादा जिले के एक दबंग परिवार से ताल्लुक रखता है। आरोपी ने पीडिता को पैसे देने से मना कर दिया साथ ही मुंह खोलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
पुलिस अधिकारी बिरेंद्र कुमार साहू ने बताया कि आरोपी ने पीडिता को मुंह खोलने पर उसे और उसके परिवारजनों को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। आखिरकार पीडिता ने हिम्मत दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई। मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
पीडिता के पिता ने बताया कि पहले तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में मीडिया कर्मियों द्वारा मामला उठाए जाने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले हफ्ते पीडिता जब शौच के लिए जा रही थी तभी आरोपी से उसका अपहरण कर दो दिन तक दुष्कर्म किया।
पुलिस सूत्रों ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी पटना के करीब 150 किमी दूर नावादा जिले के एक दबंग परिवार से ताल्लुक रखता है। आरोपी ने पीडिता को पैसे देने से मना कर दिया साथ ही मुंह खोलने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी।
पुलिस अधिकारी बिरेंद्र कुमार साहू ने बताया कि आरोपी ने पीडिता को मुंह खोलने पर उसे और उसके परिवारजनों को गंभीर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। आखिरकार पीडिता ने हिम्मत दिखाते हुए आरोपी के खिलाफ पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई। मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
पीडिता के पिता ने बताया कि पहले तो पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज करने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में मीडिया कर्मियों द्वारा मामला उठाए जाने पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
पुलिस ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पिछले हफ्ते पीडिता जब शौच के लिए जा रही थी तभी आरोपी से उसका अपहरण कर दो दिन तक दुष्कर्म किया।
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