मंगलवार, 6 जनवरी 2015

बाड़मेर। आयुक्त -सभापति में बढ़ीं दूरियां, थमा शहर का विकास

बाड़मेर। आयुक्त -सभापति में बढ़ीं दूरियां, थमा शहर का विकास

आयुक्त की एकला चलो की नीति से सभापति ,पार्षद नाराज।

बाड़मेर। नगरपरिषद में कांग्रेसनीत बोर्ड का गठन होने के एक माह के भीतर ही आयुक्त और नगर परिषद के सभापति के बीच राजनीतिक दूरियां बढ़ती जा रही है।अब शहर में भी आयुक्त और सभापति के बीच राजनीतिक बढ़ती दूरियां चर्चा होने लगी है।सभापति और आयुक्त के बीच ठन जाने से शहर के विभिन्न कार्यों समस्याओं के समाधान को नगर परिषद आने वाले आम शहरी की सुनवाई नहीं हो रही है। शहर में समस्याएं गंभीर हो गई और विकास कार्य ठप हो गए है।सोमवार को आयुक्त के कार्यालय में नहीं होने कार्मिकों के भी कक्ष खाली होने पर सभापति के नेतृत्व में कांग्रेस पार्षदों ने हंगामा खड़ा कर दिया। पार्षदों ने आरोप लगाया कि आयुक्त धर्मपालसिंह जाट अन्य कार्मिकों की भेदभावपूर्ण नीति के कारण नगर परिषद में आमजन का कोई कार्य नहीं हो रहा है। शहर में विकास कार्य और सफाई कार्य सुचारू नहीं है। सब कार्य ठप पड़े है। इसके बाद पार्षद जिला कलक्टर से मिलने पहुंचे और आयुक्त कर्मचारियों की लिखित शिकायत की।

सभापति और आयुक्त के बीच विवाद से थमा शहर का विकास

शिकायत में पार्षदों ने आरोप लगाया कि नगर परिषद में बोर्ड गठन को एक माह का समय हो गया है,लेकिन आयुक्त कर्मचारियों की भेदभावपूर्ण नीति के कारण पार्षदों और आमजन का कोई कार्य नहीं हो रहा है। पार्षदों ने बताया कि आयुक्त से इस संबंध में कई बार व्यक्तिगत भी बताया गया। आयुक्त पर हठधर्मिता बरतने का आरोप लगाते कहा कि शहर वासियों और पार्षदों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर में विकास कार्य और सफाई व्यवस्था ठप हो गई है। पार्षदों ने कहा कि सोमवार को भी कई शहरवासी नगर परिषद कार्यालय आए समस्याएं लेकर आए ,लेकिन आयुक्त कर्मचारियों की गैर मौजूदगी के कारण उन्हें निराश होकर लौटना पड़ा।


आयुक्त बोले भामाशाह केम्प में डयूटी
इससंबंध में आयुक्त धर्मपालसिंह जाट ने बताया कि शहर में सोमवार को दो स्थानों पर भामाशाह योजना के तहत शिविर थे। इन शिविरों में कार्मिकों और मेरी ड्यूटी लगी हुई थी। जिला कलक्टर के निर्देश पर भामाशाह शिविरों में गए हुए थे। अब इसे उपस्थिति बताएं या अनुपस्थिति। मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। सरकार के निर्देशों की पालना कर रहे हैं।



नगरपरिषद में रहे कार्मिक

इससंबंध में आयुक्त को निर्देश दिए थे कि भामाशाह शिविर में इतने कार्मिकों की जरूरत नहीं है। नगर परिषद आवश्यक सेवाओं में आता है। इसलिए यहां भी जरूरी स्टाफ लगाया जाए। 

मधुसूदनशर्मा,जिला कलेक्टर


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