भीलवाड़ा के रायला में मिला अधजला शव बाड़मेर के युवक का
रायला. क्षेत्र के बेरां चौराहा के निकट रास्ते में मिले अधजले शव की रविवार तीसरे दिन पहचान कर ली गई। शव टैंकर चालक का निकला। चालक केमिकल से भरा टैंकर लेकर मुम्बई से दिल्ली के लिए निकला था। वाहन में खलासी भी था। खलासी और वाहन गायब है। रायला थाना पुलिस कातिल तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।
थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि बेरां चौराहे के निकट पालड़ी खेड़ा की ओर जा रहे मार्ग पर शुक्रवार तड़के युवक का अधजला शव मिला था। घटना से ग्रामीण सन्न रह गए और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मृृतक का सिर और धड़ जल चुका था, लेकिन पेट से लेकर पा ंव तक हिस्सा झुलसा था। पुलिस ने पहचान नहीं होने से शनिवार को पोस्टमार्टम करवा लिया, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं किया था। शव की पहचान रविवार को कोसनू (बाड़मेर) निवासी कंवराराम जाट के रूप में की गई।
पुलिस के अनुसार गुजरात की किरण ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मैनेजर चुन्नीलाल एवं बाड़मेर से कुछ लोग रायला पहुंचे। उन्होंने कपड़े और शव देखकर पहचान की।
लूट भी हो सकता है मकसद
टैंकर के नहीं मिलने और खलासी के गायब होने से पुलिस को मामला लूट का भी लग रहा है। हत्या के खुलासे के लिए विशेष्ा टीम का गठन किया गया है।
जीपीएस सिस्टम से तलाशते पहुंचे
मैनेजर ने बताया कि टैंकर में केमिकल भरकर मुम्बई से दिल्ली रवाना किया गया था। टैंकर को कंवराराम चला रहा था और खलासी देवराम भी उसमें था। टैंकर में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ था। दो दिनों तक चालक-खलासी का मोबाइल बंद होने और जीपीएस सिस्टम के एक ही जगह बताने से उनहें शंका हुई। जीपीएस सिस्टम से पता करने पर टैंकर की लोकेशन कंवलियास के निकट मानसी नदी के पास आ रही थी।
पुलिस टीम को लेकर परिजन मानसी नदी के निकट पहुंचे। वहां टैंकर से निकला जीपीएस सिस्टम, खून से सने कपड़े, जूते, पानी की भरी बोतल, क म्बल व रजाई मिली। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया। -
थाना प्रभारी शिवराज गुर्जर ने बताया कि बेरां चौराहे के निकट पालड़ी खेड़ा की ओर जा रहे मार्ग पर शुक्रवार तड़के युवक का अधजला शव मिला था। घटना से ग्रामीण सन्न रह गए और इसकी सूचना पुलिस को दी गई। मृृतक का सिर और धड़ जल चुका था, लेकिन पेट से लेकर पा ंव तक हिस्सा झुलसा था। पुलिस ने पहचान नहीं होने से शनिवार को पोस्टमार्टम करवा लिया, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं किया था। शव की पहचान रविवार को कोसनू (बाड़मेर) निवासी कंवराराम जाट के रूप में की गई।
पुलिस के अनुसार गुजरात की किरण ट्रांसपोर्ट कम्पनी के मैनेजर चुन्नीलाल एवं बाड़मेर से कुछ लोग रायला पहुंचे। उन्होंने कपड़े और शव देखकर पहचान की।
लूट भी हो सकता है मकसद
टैंकर के नहीं मिलने और खलासी के गायब होने से पुलिस को मामला लूट का भी लग रहा है। हत्या के खुलासे के लिए विशेष्ा टीम का गठन किया गया है।
जीपीएस सिस्टम से तलाशते पहुंचे
मैनेजर ने बताया कि टैंकर में केमिकल भरकर मुम्बई से दिल्ली रवाना किया गया था। टैंकर को कंवराराम चला रहा था और खलासी देवराम भी उसमें था। टैंकर में जीपीएस सिस्टम लगा हुआ था। दो दिनों तक चालक-खलासी का मोबाइल बंद होने और जीपीएस सिस्टम के एक ही जगह बताने से उनहें शंका हुई। जीपीएस सिस्टम से पता करने पर टैंकर की लोकेशन कंवलियास के निकट मानसी नदी के पास आ रही थी।
पुलिस टीम को लेकर परिजन मानसी नदी के निकट पहुंचे। वहां टैंकर से निकला जीपीएस सिस्टम, खून से सने कपड़े, जूते, पानी की भरी बोतल, क म्बल व रजाई मिली। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया। -
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