अज्ञात अंगरक्षकों से भयभीत हैं पीएम मोदी की पत्नी!
महेसाणा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी जशोदा बेन उनकी सुरक्षा में नियुक्त कथित अज्ञात अंगरक्षकों से भयभीत हैं। उन्होंने पिछले माह सूचना का अधिकार (आरटीआई) अन्तर्गत जिला पुलिस से जानकारी मांगी थी कि उनकी सुरक्षा में अंगरक्षक तैनात करने का आदेश किसने दिया?
इसका जबाब एक माह से अधिक समय के विलंब से मिला। उसमें यह कहकर जानकारी मुहैया कराने से मना कर दिया गया कि मांगी गई जानकारी एल.आई.बी शाखा से सम्बंधित है एवं गुजरात सरकार के गृह विभाग के 25 अक्टूबर 2005 की अधिसूचना के अनुसार सूचना के अधिकार कानून के दायरे से बाहर है।
इस प्रकार के जबाव से असन्तुष्ट जशोदा बेन ने बुधवार को जिला पुलिस अधीक्षक के समक्ष फिर से आरटीआई अपील दाखिल की है। जशोदा बेन ने प्रथम अपील अधिकारी डीसीपी कार्यालय महेसाणा के समक्ष 10 बिन्दुओं पर आधारित दाखिल आरटीआई अपील में कहा कि वे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पत्नी हैं। उन्हें किस संवैधानिक व्यवस्था एवं किसके आदेश पर सुरक्षा मुहैया कराई गई, इसकी प्रति दी जाए।
प्रधानमंत्री की पत्नी के रूप में प्रोटोकोल के अनुसार अन्य किस तरह की सेवा मिल सकती है। इसका ब्यौरा उपलब्ध कराया जाए। वे सार्वजनिक वाहन में सफर करती हैं, जबकि उनकी सुरक्षा में तैनात अगंरक्षक सरकारी वाहन में घूमते हैं। अंगरक्षकों को सरकारी वाहन में घूमने का आदेश किसने दिया। उनके अंग रक्षकों की ड्यूटी क्या है, आवेदक की सुरक्षा उन्हें कैसे करनी है, इसकी जानकारी दी जाए।
अंगरक्षक जशोदा बेन का मेहमान की तरह स्वागत करने की बात करते हैं। इस सन्दर्भ में कौन से कानून में प्रावधान है। अपील में कहा गया कि आवेदक अपने अगंरक्षकों से पूछती हैं कि उन्हें किसके आदेश से नियुक्त किया गया, तो वे सुरक्षा कर्मचारी कहते हैं कि उनके पास आदेश नहीं है।
देश की प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी पर उनके ही अंगरक्षकों ने हमला करके हत्या कर दी थी। इससे उन्हें भी अज्ञात अंगरक्षकों से भय लगता है। इससे इस सन्दर्भ में उन्हें उनकी सुरक्षा के आदेश से सम्बंधित प्रमाणित प्रति दी जाए। जशोदा ने उपरोक्त दस बिन्दुओं पर आधारित अपील में सभी जानकारी प्रमाणित नकल के रूप में तत्काल (अर्जेन्ट) मुहैया कराए जाने की मांग की है।
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