यूपी के एमएलए की बेटी की एमपी पुलिस को तलाश
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के भंवरकुआ थाना क्षेत्र में इंडेक्स मेडिकल कालेज की एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा एवं उत्तरप्रदेश के एक विधायक की पुत्री रीमा वर्मा कि मूल्यांकन केंद्र से कापी बदलने के प्रकरण में गुरूवार को दो आरोपिओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
प्रकरण में अब तक प्रमुख आरोपी छात्रा रीमा वर्मा फरार हैं। डीएवीवी के मूल्यांकन प्रभारी वीवी गुप्ता गत ने 26 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी भंवरकुआ राजेंद्र सोनी ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय डीएवीवी के मुल्यांकन केंद्र प्रभारी वीवी गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी की छात्रा रीमा वर्मा ने मूल्यांकन केंद्र के कर्मचारियों से सांठ गाठ कर उत्तर पुस्तिका के भीतर के चार पेज बदलवा लिए हैं।
शिकायत के आधार पर प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच प्रारम्भ की। जांच के दरमियान छात्रा रीमा वर्मा कि मोबाइल काल डिटेल की तफ्तीश की गई जिसमे रीमा कि बात सबसे ज्यादा उमेश मंडलोई से होती थी। उमेश इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कालेज एमजीएम में एमबीबीएस का छात्र हैं। संदेह के आधार पर पुलिस ने उमेश को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की।
पूछताछ में उमेश ने कबूल किया कि रीमा से उसकी दोस्ती थी और उसके कहने पर उमेश ने अपने मित्र निखिल जो कि डीएवीवी में संविदा नियुक्ति पर पदस्थ हैं की मदद से रीमा कि उत्तर पुस्तिका के भीतर के चार पेज जिस पर सहीं उतर लिखे थे बदल दिए थे। फिलहाल प्रकरण में प्रमुख आरोपी रीमा वर्मा की तलाश में पुलिस जुटी हुई हैं।
पुलिस का दावा हैं आरोपी पूछताछ में और भी कई चौकाने वाले खुलासे कर सकते हैं। इसके पूर्व न्यायालय में गुरूवार को आरोपी निखिल के अधिवाकता विजय दुबे ने जमानत आवेदन पेश कर निखिल का बचाव किया। न्यायालय ने जमानती आवेदन खारिज करते हुए दोनों आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया हैं। -
इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के भंवरकुआ थाना क्षेत्र में इंडेक्स मेडिकल कालेज की एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा एवं उत्तरप्रदेश के एक विधायक की पुत्री रीमा वर्मा कि मूल्यांकन केंद्र से कापी बदलने के प्रकरण में गुरूवार को दो आरोपिओं को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया जहां से दोनों आरोपियों को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया।
प्रकरण में अब तक प्रमुख आरोपी छात्रा रीमा वर्मा फरार हैं। डीएवीवी के मूल्यांकन प्रभारी वीवी गुप्ता गत ने 26 सितंबर को शिकायत दर्ज कराई थी। थाना प्रभारी भंवरकुआ राजेंद्र सोनी ने बताया कि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय डीएवीवी के मुल्यांकन केंद्र प्रभारी वीवी गुप्ता ने शिकायत दर्ज कराई थी की छात्रा रीमा वर्मा ने मूल्यांकन केंद्र के कर्मचारियों से सांठ गाठ कर उत्तर पुस्तिका के भीतर के चार पेज बदलवा लिए हैं।
शिकायत के आधार पर प्रकरण दर्ज कर पुलिस ने जांच प्रारम्भ की। जांच के दरमियान छात्रा रीमा वर्मा कि मोबाइल काल डिटेल की तफ्तीश की गई जिसमे रीमा कि बात सबसे ज्यादा उमेश मंडलोई से होती थी। उमेश इंदौर के महात्मा गांधी मेडिकल कालेज एमजीएम में एमबीबीएस का छात्र हैं। संदेह के आधार पर पुलिस ने उमेश को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ की।
पूछताछ में उमेश ने कबूल किया कि रीमा से उसकी दोस्ती थी और उसके कहने पर उमेश ने अपने मित्र निखिल जो कि डीएवीवी में संविदा नियुक्ति पर पदस्थ हैं की मदद से रीमा कि उत्तर पुस्तिका के भीतर के चार पेज जिस पर सहीं उतर लिखे थे बदल दिए थे। फिलहाल प्रकरण में प्रमुख आरोपी रीमा वर्मा की तलाश में पुलिस जुटी हुई हैं।
पुलिस का दावा हैं आरोपी पूछताछ में और भी कई चौकाने वाले खुलासे कर सकते हैं। इसके पूर्व न्यायालय में गुरूवार को आरोपी निखिल के अधिवाकता विजय दुबे ने जमानत आवेदन पेश कर निखिल का बचाव किया। न्यायालय ने जमानती आवेदन खारिज करते हुए दोनों आरोपी को एक दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया हैं। -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें