नई दिल्ली : भाजपा सांसद साक्षी महाराज द्वारा महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को ‘देशभक्त’ करार दिए जाने के कुछ दिनों बाद अखिल भारतीय हिंदू महासभा ने आज एक नए विवाद को जन्म दे दिया। महासभा ने सरकार से कहा है कि वह देश के अलग-अलग स्थानों पर गोडसे की प्रतिमाएं लगाने के लिए जगह मुहैया कराएं।
महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्र प्रसाद कौशिक ने इस पूरे मुद्दे पर बहस कराने की मांग करते हुए कहा है कि गोडसे ने गांधी की हत्या की जो वजह अदालत में बताई थी, उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
कौशिक ने बताया, ‘हम प्रतिमा लगाने के लिए सरकार से जगह मुहैया कराने की मांग करने जा रहे हैं। यदि सरकार हमें जगह मुहैया नहीं कराएगी तो हम अपनी जगहों पर प्रतिमाएं लगाएंगे।’ उन्होंने कहा, ‘हमारी हिंदू महासभा के दफ्तर कई राज्यों में हैं। हम वहां गोडसे की प्रतिमा लगाएंगे। हम सरकार को एक पत्र लिखेंगे।’ कौशिक ने कहा कि पूरे देश की राय यह नहीं है कि गोडसे एक हत्यारा था।
उन्होंने कहा, ‘देश को इस पर बहस करनी चाहिए और इस पर एक सर्वेक्षण कराया जाना चाहिए। यदि देश में चुनिंदा लोग कहते हैं कि गांधी महान थे और गोडसे हत्यारे थे तो हम इसे स्वीकार नहीं करते। देश के नागरिकों ने यह बात नहीं कही है।’
कौशिक ने दावा किया, ‘यह बात उन लोगों ने कही थी जो सरकार में थे। गोडसे को सजा सुनाने वाले न्यायाधीश ने बाद में एक किताब लिखी, जिसमें उन्होंने कहा कि यदि लोगों को उस वक्त न्यायाधीश बना दिया जाता तो गोडसे को रिहा कर दिया गया होता।’ उन्होंने मांग की कि गोडसे ने गांधी की हत्या की जो वजह अदालत में बताई थी, उसे सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को नयी दिल्ली में अहिंसा के दूत महात्मा गांधी के सीने में बहुत करीब से तीन गोलियां दाग कर उनकी हत्या कर दी थी।
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