बुधवार, 24 दिसंबर 2014

बाड़मेर खाफ का तुगलकी फरमान ,बलात्कार पीड़िता का नाक कटाने का फरमान , पीडिता के परिवार का हुक्का पानी बंद

बाड़मेर खाफ का तुगलकी फरमान ,बलात्कार पीड़िता का नाक कटाने का  फरमान , पीडिता के परिवार का हुक्का पानी बंद 


बाड़मेर  देश में खाफ पंचयात के तुगलकी फरमान का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है इस बार एक सनसनी खेज फरमान राजस्थान के बाड़मेर जिले के धोरीमन्ना थाने के एक गाव में सुनाया गया है जिसमे अपने ही ससुर पर बहुने बलत्कार के प्रयास का आरोप लगाया तो उसके ससुर ने जेल में जमानत पर रिहा होने के बाद ससुर ने समाज के ठेकेदारो के साथ मिलकर  उस बलात्कार पीड़िता के चरित्र को गलत बताकर यह फरमान सुना दिया कि बलात्कार पीड़िता का नाक काट दिया जाए और उसके पीहर परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया जाए  पीड़िता का नाक काटने के लिए समाज के ठेकेदार ने पीड़िता की में तलाशी अभियान चल रहा है वही बलात्कार पीड़िता खौफ के साए में अब अपने जिन्दगी बचाने के लिए पुलिस से गुहार लगा रही है 
 … राजस्थान  के बाड़मेर जिले में जातीय पंचायत के पंचो तुगलकी फरमानों का दौर थमने नहीं है इस बार जातीय पंचो के फरमान का सामना करना पड़ा विवाहिता को, विवाहिता का इतना कसूर है कि उसने अपने ही ससुर पर बलत्कार के प्रयास का मामला दर्ज करवा दिया जब इस मामले  पुलिस ने जांच की तो यह पाया कि ससुर की बुरी नीयत ;अपनी ही बहु  उसी  शिकार हुई उसकी अपनी बहु तो बहु ने पुलिस में अपने पिता जाकर मामला दर्ज करवाय तो  पुलिस ने ससुर को जेल भेज दिया लेकिन आज से पांच दिन पहले जैसे ही ससुर रिहा हुआ तो उसने समाज के ठेकेदारो के साथ मिलकर पीड़िता के पीहर पक्ष गए पीड़िता के अनुसार पंचो ने यह  यह फरमान सुनाया कि मेरा चरित्र को गलत बताकर मेरा  नाक काटने का फरमान सुना दिया  लेकिन जब मेरे  पिता ने कहा कि में  घर पर नहीं तो पंचो ने मेरे पुरे परिवार का हुक्का पानी बंद कर दिया साथ ही मेरे पिता को यह भी फरमान सुनाया कि जब तक मुझे पंचायत के सामने पेश किया जाए 
  

 पीड़िता के पिता  अनुसार मेरी बेटी पर  दबाब बनाया जा रहा है कि उसने जो मामला दर्ज करवाय है उसको वापिस लिया जाए लेकिन मेरी बेटी के साथ अन्याय हुआ है अब समाज के पंच मेरी बेटी का नाक काटने के लिए घूम रहे है अब हमे समाज  जाने पर पाबंदी लगा दी है और मेरी बेटी को जान से मारने की धमकी दी है लिहाजा अब हमने  पुलिस से इस बात गुहार लगाई है कि उन पंच और ससुर के खिलाफ सख्त कारवाही की जाए 
  
 इस पुरे मामले में जब मीडिया ने पुलिस से बातचीत कर मामले की जानकारी चाही तो पुलिस ने कुछ भी बोलने से साफ़ इनकार कर दिया ऐसे अब सबसे बड़ा सवाल है कि आजादी के इतने बरस बीत जाने के बाद भी कई कड़े कानून बन गए लेकिन आज भी समाज के ठेकेदारो का खौफ गावो में बदस्तूर जारी है इनके फरमान इन कानून पर कड़ा तमाचा मारते नजर आ रहे है एक तरफ तो बलत्कार को लेकर पुरे देेश में आंदोलन चल रहे है लेकिन दूसरी और समाज के ठेकेदारोबेखौफ अपने फरमान सुना रही है इस मामले अब पीड़िता को न्याय मिलता है या नहीं यह  आने वाला समय ही बताएगा 

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