बुधवार, 24 दिसंबर 2014

ख़ास रिपोर्ट। बाड़मेर नकली नोट प्रकरण सैयद काबरा हे तस्करो का केंद्र बिंदु ,?भुज हे तस्करो की शरणस्थली ?

ख़ास रिपोर्ट। 

बाड़मेर नकली नोट प्रकरण। असली तार गुजरात में ढूंढ  रही ऐ टी एस 

सैयद काबरा हे तस्करो का केंद्र बिंदु ,?भुज हे तस्करो की शरणस्थली ?

बाड़मेर गत दिनों बाड़मेर जिले के तस्करो से ए टी एस द्वारा बरामद किये नकली नोट और कारतूस के बाद से ऐ टी एस और पुलिस तस्करो के तार खंगाल रही हैं ,अब तक करीब डेढ़ दर्जन से अधिक तस्करो को गिरफ्तार कर चुके हैं मगर इनके हाथ अभी खली हैं ,तस्करो का केंद्र बिंदु नहीं मिल रहा। दो तीन रोज पूर्व ऐ टी एस ने भुज गुजरात से अल्लाह नूर को गिरफ्तार किया था ,भुज से गिरफ्तार ऐ टी एस की इस केस पर  रही मेहनत को साबित करती हैं ,मगर अभी तक ऐ टी एस को जिस शक्श की तलाश हे वो उनकी गिरफ से दूर हैं ,

इस प्रकरण में स्वयं संपादक द्वारा की गयी तहकीकात से सामने आया हे की बाड़मेर जैसलमेर जिले की तस्करी का केंद्र बिंदु सोढिया खान हे ,सोढिया खान के तार सीधे पाकिस्तान के कुख्यात स्मगलर पठान खान से जुड़े हैं ,सोढिया गत दस सालो से पठान खान के लिए काम कर रहा हैं ,सोढिया की गैंग के सम्बन्ध अली उर्फ़ अलिया ,इब्रे खान ,फोटिया खान ,दादिया ,रोशन खान जैसे तस्करो से हे जो सीमापार हे ,सरहदी क्षेत्रो में नबाब ,रमदा ,अमिया ,,सल्लाउदीन सोढिया खान मांगलिया ,हाजी शकूर ,अलिया ,सहित कोई दो दर्जन से अधिक लोग इस गैंग से जुड़े हैं ,इन लोगो के तालुकात गुजरात भुज के  काबरा से हैं ,सैयद काबरा के तार मुम्बई के डॉन अमजद पठान से जुड़े हैं ,अमजद पठान की गैंग मेबबन वाणी ,फजल शेख ,बिलाल शेख मुश्ताख शेख ,सफेद सैयद ,शौकत शेख और इरशाद शेख जैसे कुख्यात तस्कर जुड़े हैं ,पाकिस्तान से आने वाली कन्साइनमेंट वाया भुज अमज़द पठान तक होने की जानकारी हैं ,

गुजरात के पाटन क्षेत्र के सेदासन ,काकुसी ,सीतपुर ,प्रमुख केंद्र हैं ,इन तस्करो के लिए पाटन क्षेत्र के नटवर सिंह अजय सिंह और सुलेमान करियर का काम करते थे ,यह कोरियर माल सैयद काबरा  थे ,सैयद काबरा वाही शक्श हे जिसके पास हवाला का पैसा पाकिस्तान तस्करो द्वारा भेजा जाता हैं ,स्थानीय तस्करो को डिलिवरी सफल होने के बाद कमीशन की राशि देता हैं ,

सोढिया खान के सैयद काबरा से पुराने तार जुड़े हैं ,सोढिया ही ऐसा शख्स हे जो पुरे  पर्दाफास कर सकता हैं। 
पाटन की काकुसी पुलिस थाना क्षेत्र में  अज्ञात फैक्टरी हैं जहा तस्करी का माल रखा जाता हैं इसी फैक्टरी में डील होती हैं। यही फैक्टरी तस्करो की पनाह गाह हैं ,इसी तरह तस्करो के कई राज सीतपुर हाई वे स्थित एक ढाबे  पर नजरबंद हैं ,

ऐ टी एस और पुलिस इन क्षेत्रो की गहन छन बीन करे तो काफी सफलताए हाथ लग सकती हैं।   








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