रोहतक की "बहादुर बहनों" को लेकर एक और बड़ा खुलासा
सोनीपत/खरखौदा। रोडवेज बस में मनचले लड़कों की पिटाई करने से सुर्खियों में आई थाना खुर्द गांव की दो सगी बहनों की बहादुरी को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
ऎसा ही नया खुलासा शुक्रवार को हुआ जब सिसाना निवासी सुमित ने दो बहनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने छेंड़खानी की कथित झूठी शिकायत लिखाकर उससे 20 हजार रूपए ऎंठे थे।
स्थानीय मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक सुमित का कहना था कि बदनामी के डर से न केवल उसके पिता ने उसके निर्दोष होते हुए भी 20 हजार रूपए इन लड़कियों को दिए बल्कि सुमित का कॉलेज जाना भी छुड़ा दिया।
लड़के के पिता रामफल का कहना था कि जरूरत पड़ने पर वे पीडित लड़कों का साथ भी देंगे। सुमित ने मीडिया को बताया कि उसने इसी साल रोहतक कॉलेज में एडमिशन लिया था।
करीब पांच महीने बाद जब कॉलेज पहुंचा तो उसके दोस्तों ने बताया कि दो लड़कियों ने उसकी शिकायत की है उसने बस में आते वक्त उनसे छेड़खानी की है। जबकि वे उस दिन कॉलेज गया ही नहीं था।
पुलिस में शिकायत दर्ज होने पर उसके पिता उसे साथ लेकर रोहतक थाने गए जहां पर उसने लड़कियों को पहचानने से इंकार कर दिया। हालांकि इसके बावजूद भी दोनों बहनों ने मुझ पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि लड़कियों की बहादुरी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने दोनों बहनों को 26 जनवरी पर सम्मानित करने का फैसला किया था लेकिन इस मामले में हर रोज नए-नए खुलासे होने के बाद सरकार ने जांच पूरी होने तक सम्मान पर रोक लगा दी है।
सोनीपत/खरखौदा। रोडवेज बस में मनचले लड़कों की पिटाई करने से सुर्खियों में आई थाना खुर्द गांव की दो सगी बहनों की बहादुरी को लेकर नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
ऎसा ही नया खुलासा शुक्रवार को हुआ जब सिसाना निवासी सुमित ने दो बहनों पर आरोप लगाया कि उन्होंने छेंड़खानी की कथित झूठी शिकायत लिखाकर उससे 20 हजार रूपए ऎंठे थे।
स्थानीय मीडिया में चल रही खबर के मुताबिक सुमित का कहना था कि बदनामी के डर से न केवल उसके पिता ने उसके निर्दोष होते हुए भी 20 हजार रूपए इन लड़कियों को दिए बल्कि सुमित का कॉलेज जाना भी छुड़ा दिया।
लड़के के पिता रामफल का कहना था कि जरूरत पड़ने पर वे पीडित लड़कों का साथ भी देंगे। सुमित ने मीडिया को बताया कि उसने इसी साल रोहतक कॉलेज में एडमिशन लिया था।
करीब पांच महीने बाद जब कॉलेज पहुंचा तो उसके दोस्तों ने बताया कि दो लड़कियों ने उसकी शिकायत की है उसने बस में आते वक्त उनसे छेड़खानी की है। जबकि वे उस दिन कॉलेज गया ही नहीं था।
पुलिस में शिकायत दर्ज होने पर उसके पिता उसे साथ लेकर रोहतक थाने गए जहां पर उसने लड़कियों को पहचानने से इंकार कर दिया। हालांकि इसके बावजूद भी दोनों बहनों ने मुझ पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया।
गौरतलब है कि लड़कियों की बहादुरी को देखते हुए हरियाणा सरकार ने दोनों बहनों को 26 जनवरी पर सम्मानित करने का फैसला किया था लेकिन इस मामले में हर रोज नए-नए खुलासे होने के बाद सरकार ने जांच पूरी होने तक सम्मान पर रोक लगा दी है।
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