शुक्रवार, 26 दिसंबर 2014

मायड़ भाषा में पहली बार थिएटर फेस्टिवल



जयपुर. हिन्दी और अंग्रेजी के विश्वस्तरीय नाटकों ने थिएटर जगत में शहर को खास पहचान दी है। जयपुर थिएटर का हब बन रहा है। अब बारी राजस्थानी भाष्ाा के नाटकों की है। जयपुराइट्स जल्द ही राजस्थानी नाटकों का लुप्त उठा पाएंगे।
firt time a play theatrical production in mayad language



मौका होगा, रंग मस्ताने संस्थान की ओर से पांच जनवरी से होने वाले राजस्थानी थिएटर फेस्टिवल "रंग राजस् थान" का। फेस्ट के तहत जेकेके रंगायन सभागार में सात राजस्थानी नाटकों का मंचन होगा।




यह पहला मौका है जब राजस्थानी भाष्ाा के नाटकों को लेकर थिएटर फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जेकेके में गुरूवार को हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में "रंग राजस्थान" के संयोजक अभिषेक मुद्गल ने फेस्ट के पोस्टर को भी लॉन्च किया।




सात दिवसीय फ ेस्टिवल की शुरूआत नाटक "जैपर की ज्यौणार" के मंचन से होगी। छह जनवरी को "ऎसो चतुर सुजान", सात जनवरी को "सत्यागह", आठ जनवरी को "चरी चमेली", नौ जनवरी को "बेटो किण रो" का मंचन होगा।




यह प्ले जवाहर कला केन्द्र का इनहाउस प्रोडक्शन है, जो फ्राइडे थिएटर के तहत खेला जाएगा। 10 जनवरी को "अरे शरीफ लोग" का मंचन होगा, जबकि आखिरी दिन 11 जनवरी को "कसुमल सपनो" खेला जाएगा। - 

 

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