सुकमा में नक्सलियों के हमले में राजस्थान का लाल शहीद
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के चिंतागुफा थाना क्षेत्र के एलमागोडा और कच्चापाल के जंगल में सोमवार को घात लगाकर किए हमले में सीआरपीएफ के दो अफसरों समेत 14 जवान शहीद हो गए।
इस हमले में एक दर्जन से अधिक जवान घायल हैं। सभी जवान 223 वीं बटालियन के थे। शहीद हुए अफसरों में से एक झुंझुनूं जिले का लाल भी है।
झुंझुनूं जिल के फतेहसरी(देवगांव, नूआं) के राजेश कपूरिया सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट थे। बताया जा रहा है कि कपूरिया सर्च अभियान को लीड कर रहे थे। कपूरिया के शहीद होने की खबर से पूरे झूंझुनूं जिले में शोक की लहर दौड़ गई है।
बताया जा रहा है कि शहीद कपूरिया का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम तक उनके पैतृक गांव लाया जा सकता है। जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को सुकमा जा सकते हैं।
गौरतलब है कि सीआरपीएफ का ये दस्ता सर्च अभियान के लिए निकला था। तथा सर्च अभियान पूरा कर वापस लौट रहा था। तभी घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला करते हुए जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमला इतना तेज हुआ कि जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
राज्य में नक्सल अभियान के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके मिंज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नक्सलियों ने घात लगाकर इस बड़े हमले को अंजाम दिया।
घायलों को जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर आसपास के शिविरों और थानों से पुलिस बल भेजा गया।
मोदी ने की जवानों पर हमले की निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में राष्ट्र विरोधीतत्वों की ओर से सीआरपीएफ के जवानों पर किए गए हमले की निंदा करने के लिए शब्द नाकाफी हैं।
उन्होंने कहा कि मैं शहीद हुए उन साहसी जवानों को सेलयूट करता हूं। इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है। प्रधानमंत्री ने इस घटना पर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से विचार विमर्श करके कहा कि हम मामले पर नजर रखे हुए हैं। -
इस हमले में एक दर्जन से अधिक जवान घायल हैं। सभी जवान 223 वीं बटालियन के थे। शहीद हुए अफसरों में से एक झुंझुनूं जिले का लाल भी है।
झुंझुनूं जिल के फतेहसरी(देवगांव, नूआं) के राजेश कपूरिया सीआरपीएफ में असिस्टेंट कमांडेंट थे। बताया जा रहा है कि कपूरिया सर्च अभियान को लीड कर रहे थे। कपूरिया के शहीद होने की खबर से पूरे झूंझुनूं जिले में शोक की लहर दौड़ गई है।
बताया जा रहा है कि शहीद कपूरिया का पार्थिव शरीर मंगलवार शाम तक उनके पैतृक गांव लाया जा सकता है। जहां पूरे सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। इधर गृहमंत्री राजनाथ सिंह मंगलवार को सुकमा जा सकते हैं।
गौरतलब है कि सीआरपीएफ का ये दस्ता सर्च अभियान के लिए निकला था। तथा सर्च अभियान पूरा कर वापस लौट रहा था। तभी घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने हमला करते हुए जवानों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी। हमला इतना तेज हुआ कि जवानों को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
राज्य में नक्सल अभियान के प्रभारी अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरके मिंज ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि नक्सलियों ने घात लगाकर इस बड़े हमले को अंजाम दिया।
घायलों को जगदलपुर के चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल भेजा गया है। घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल की ओर आसपास के शिविरों और थानों से पुलिस बल भेजा गया।
मोदी ने की जवानों पर हमले की निंदा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ के सुकमा में राष्ट्र विरोधीतत्वों की ओर से सीआरपीएफ के जवानों पर किए गए हमले की निंदा करने के लिए शब्द नाकाफी हैं।
उन्होंने कहा कि मैं शहीद हुए उन साहसी जवानों को सेलयूट करता हूं। इस हमले में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदना है। प्रधानमंत्री ने इस घटना पर केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से विचार विमर्श करके कहा कि हम मामले पर नजर रखे हुए हैं। -
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