8वीं के छात्रों को बोर्ड का फार्म भरने को बाध्य करना गलत- डा. अर्चना शर्मा
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डा. अर्चना शर्मा ने राज्य सरकार द्वारा 8वीं कक्षा के छात्रों द्वारा बोर्ड का फार्म भरे जाने को बाध्यकारी किए जाने को गलत बताया है। डॉ. शर्मा ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि जब प्रदेश में 8वीं की बोर्ड परीक्षा वैकल्पिक है तो फिर प्रदेश के 15 लाख बच्चों को अनिवार्य रूप से बोर्ड का फार्म भरवाया जाना उन पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डालने जैसा है।
जयपुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष एवं मीडिया चेयरपर्सन डा. अर्चना शर्मा ने राज्य सरकार द्वारा 8वीं कक्षा के छात्रों द्वारा बोर्ड का फार्म भरे जाने को बाध्यकारी किए जाने को गलत बताया है। डॉ. शर्मा ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि जब प्रदेश में 8वीं की बोर्ड परीक्षा वैकल्पिक है तो फिर प्रदेश के 15 लाख बच्चों को अनिवार्य रूप से बोर्ड का फार्म भरवाया जाना उन पर अनावश्यक आर्थिक बोझ डालने जैसा है।
उन्होंने कहा कि किसी भी परीक्षा हेतु ऑनलाईन फार्म भरे जाने पर न्यूनतम 100 से 150 रूपए का खर्चा हो जाता है ऎसे में गरीब तबके के परिवारों के लिए इस अनिवार्यता से विपरीत प्रभाव पडेगा। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार जितने भी नीतिगत फैसले शिक्षा के क्षेत्र में ले रही है उनके परिणाम प्रतिगामी साबित हुए हैं और 8वीं के बोर्ड के फार्म को भरवाए जाने का फैसला भी शिक्षा के अधिकार अधिनियम की खुली अवेहलना है। उन्होंने कहा कि प्रयास यह होना चाहिए कि येन केन प्रकारेण प्रदेश के सभी बच्चों को शिक्षा के प्रति आकर्षित किया जाए परंतु राज्य सरकार के ऎेसे कदम बच्चों में शिक्षा के प्रति अरूचि पैदा करेंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें