अजमेर। आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत के कारण शहर में कई शराब की दुकानों पर देर रात तक शराब की बिक्री हो रही है। ठेकेदार व उसके कर्मचारी रात 8 बजे बाद "चोर खिड़की" से शराब बेचकर मुनाफा कूट रहे हैं।
शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे पत्रिका टीम ने देहली गेट स्थित शराब के ठेके का जायजा लिया तो सच्चाई सामने आई। शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे देहली गेट स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान में नशेडियों का जमावड़ा लगा था।
ठेकेदार ने दिखाने के लिए शटर डाउन कर रखा था लेकिन दुकान की एक दीवार में बनी खिड़की से बिक्री बदस्तूर जारी थी। पत्रिका टीम के पहुंचने और कमरे की फ्लैश चमकते ही पियक्कड़ों में खलबली मच गई। नशेड़ी इधर-उधर हो गए।
वहीं खिड़की को तुरन्त बंद कर दिया। खास बात यह रही कि रात 8 बजे बाद शराब बिक्री के अलावा ठेका परिसर में ग्राहकों को बैठा कर जाम छलकाने की व्यवस्था कर रखी थी। शहर में कई शराब की दुकानों पर राजस्थान आबकारी अधिनियम की धज्जियां उड़ रही हैं।
शराब की दुकान में दरवाजे के अतिरिक्त खिड़की नहीं रखी जा सकती है। लेकिन कई दुकानों पर ठेकेदार ने सुविधानुसार चोर खिड़कियां बना देर रात तक शराब बेचने का तरीका ढूंढ निकाला है।
शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे पत्रिका टीम ने देहली गेट स्थित शराब के ठेके का जायजा लिया तो सच्चाई सामने आई। शुक्रवार रात साढ़े 8 बजे देहली गेट स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान में नशेडियों का जमावड़ा लगा था।
ठेकेदार ने दिखाने के लिए शटर डाउन कर रखा था लेकिन दुकान की एक दीवार में बनी खिड़की से बिक्री बदस्तूर जारी थी। पत्रिका टीम के पहुंचने और कमरे की फ्लैश चमकते ही पियक्कड़ों में खलबली मच गई। नशेड़ी इधर-उधर हो गए।
वहीं खिड़की को तुरन्त बंद कर दिया। खास बात यह रही कि रात 8 बजे बाद शराब बिक्री के अलावा ठेका परिसर में ग्राहकों को बैठा कर जाम छलकाने की व्यवस्था कर रखी थी। शहर में कई शराब की दुकानों पर राजस्थान आबकारी अधिनियम की धज्जियां उड़ रही हैं।
शराब की दुकान में दरवाजे के अतिरिक्त खिड़की नहीं रखी जा सकती है। लेकिन कई दुकानों पर ठेकेदार ने सुविधानुसार चोर खिड़कियां बना देर रात तक शराब बेचने का तरीका ढूंढ निकाला है।
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