बाड़मेर। आयुक्त को नही पच रहा कांग्रेस का बोर्ड ??
बाड़मेर। कितनी चिंता का विषय हैं कि बाड़मेर के नए सभापति को कांग्रेस का होने की वजह से वर्तमान आयुक्त का साथ मिलना संशय का विषय बन रहा हैं। नवनिर्वाचित सभापति लूणकरण बोथरा शुक्रवार को विधायक मेवाराम जैन और बोर्ड के सदस्यों के साथ कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे लेकिन वहां पर उनकी अगुवाई करने या पदभार ग्रहण करवाने के लिए नज़र नहीं आया। दूसरी बात यह कि यहाँ नवनिर्वाचित सभापति के कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयुक्त अपने कक्ष के बाहर आये और हाथ मिला कर चलते बने तीसरी बात कार्मिको ने सभापति के लिए स्वागत के इंतज़ाम के रूप में फूल मालाओं का बन्दोबस्त किया था लेकिन उनको ना जाने कौनसे निर्देश मिले कि वो व्यवस्थाएं धरी रह गई।
बाड़मेर। कितनी चिंता का विषय हैं कि बाड़मेर के नए सभापति को कांग्रेस का होने की वजह से वर्तमान आयुक्त का साथ मिलना संशय का विषय बन रहा हैं। नवनिर्वाचित सभापति लूणकरण बोथरा शुक्रवार को विधायक मेवाराम जैन और बोर्ड के सदस्यों के साथ कार्यभार ग्रहण करने पहुंचे लेकिन वहां पर उनकी अगुवाई करने या पदभार ग्रहण करवाने के लिए नज़र नहीं आया। दूसरी बात यह कि यहाँ नवनिर्वाचित सभापति के कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयुक्त अपने कक्ष के बाहर आये और हाथ मिला कर चलते बने तीसरी बात कार्मिको ने सभापति के लिए स्वागत के इंतज़ाम के रूप में फूल मालाओं का बन्दोबस्त किया था लेकिन उनको ना जाने कौनसे निर्देश मिले कि वो व्यवस्थाएं धरी रह गई।
सूत्र बताते हैं कि अब ऐसे हाल में विधायक मेवाराम जैन ने हालात को भांपते हुए आयुक्त के साथ मुलाक़ात की और बाद में सभी बोर्ड सदस्यों के सामने सभापति को नसीहत देते हुए यह इशारा भी कर दिया कि उनकी राहों में कांटे प्रतिपक्ष के अलावा नगरपरिषद की सरकारी टीम भी पहुंचा सकते हैं। वैसे यहाँ यह बताना भी जरूरी हैं कि इस पूरे घटनाक्रम में राजनीतिक बू भी सड़ांध मार रही हैं और बाड़मेर नगरपरिषद के आयुक्त पर तथाकथित सूबे की सत्ता का प्रभाव भी काम करने का सन्देह हैं जिससे आयुक्त को बचना होगा वरना शहर में जिस उम्मीद के साथ उन्हें युवा क्रियाशील अधिकारी का तमगा मिला हैं वो भी छिनते समय नही लगेगा।
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