गुरुवार, 27 नवंबर 2014

बाड़मेर करगिल के शहीद भीखराम की ढाणी में रोशनी का इंतजार पंद्रह सालो से

बाड़मेर शहीद की शहादत को 15 वर्षो से उड़ रहा मखौल
बाड़मेर करगिल के शहीद भीखराम की ढाणी में रोशनी का इंतजार पंद्रह सालो से ओम प्रकाश सोनी 

बालोतरा। कहां जाता है कि शहीदो की चिताओ पर लगेंगे हर बरस मेले, वतन की राह पर मिटने वालो का यही आखिरी निशां होगा पर बालोतरा में देश के लिये शहीद होने वाले भारत माता के एक सपूूत की शहादत का सरकार के नुमाइंदे मखोल उड़ा रहे है। शहीदो के लिये भारत सरकार अनेक प्रकार सुविधाये मुहैया करवाने के दावे करती है पर सरकारी तंत्र में व्याप्त लालफीताशाही ओर भ्रष्टाचार शहीदो के परिजनो का मजाक उड़ा रहे है।

मामला बालोतरा उपखंड के पत्तासर गांव का है। पत्तासर के निवासी भीखराम 1999 में करगिल में हुये युद्ध में शहीद हो गये थे। बालोतरा के इस जांबांज के शहीद होने के बाद राज्य सरकार ने भीखराम की ढाणी में विद्युत कनेक्शन करने की भी घोषणा की थी पर आज 15 वर्ष गुजर जाने के बाद भी शहीद की ढाणी रोशनी से महरूम है। शहीद के परिजन विद्युत विभाग की चोखट पर ऐड़िया रगड़ कर थक चुके है पर विद्युत विभाग के अधिकारियो को शहीद ओर उसकी शहादत से कोई लेना देना नही है। बीते पन्द्रह वर्षो में शहीद के घर वाले ने तीन बार विद्युत कनेक्शन के लिये फाईले जमा करवाई है पर तीनो ही बार शहीद के परिजनो की फाईलो को विद्युत विभाग ने निरस्त कर दिया। शहीद की ढाणी के ग्रामीणो ने आज मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर शहीद भीखाराम की ढाणी पत्तासर ओर जांगुओ की ढाणी में 15 दिन के अंदर कनेक्शन करवाने की मांग की है। 15 दिनो में विद्युत कनेक्शन नही होने पर ग्रामीणो ने जन आंदोलन ओर भूख हड़ताल पर उतरने की चेतावनी दी है।

गर शहीद की शहादत को ऐसा सिला मिलता रहा तो आने वाले समय में शायद ही कोइ जांबाज वतन के लिये मिटने का जज्बा अपने दिल में रख सकेगा क्योकि शहीद को हर पल भारत माता के साथ खुद के परिजनो की भी चिंता रहती है पर वो ये सांेच कर चिंता मुक्त रहता हे कि सरकार उसके परिजनो का ख्याल रखेगी। पर जब सरकार शहीद के परिजनो को परिवार के लाडले की शहादत को ऐसा परिणाम देगी तो कोन वतन की राह पर मिटना चाहेगा।

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