बाड़मेर। जसवंत जिंदाबाद के गूंजे नारे
बाड़मेर. नगरपरिषद सभापति चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत पर कांग्रेस के नहीं जसवंत जिंदाबाद के नारे गूंजे। जसवंत के अपमान का बदला लेकर रहेंगे बैनर लिखे युवा नगर परिषद पहुंच गए। नारेबाजी जोश के बाद भाजपा के खिलाफ आक्रोश जताया। सीधा निशाना वहां खड़े भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह पर था। गौरतलब है कि गत लोकसभा चुनाव में एक समाज विशेष का साथ देकर पार्टी के साथ रहे जालम सिंह के खिलाफ यह आक्रोश था। लोकसभा चुनाव में पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह को हराया था। इसके बाद जिलाध्यक्ष के खिलाफ समाज विशेष के लोगों का आक्रोश हैं और कई जगह विरोध भी हुआ हैं।
आक्रोशके शिकार हुए जालम सिंह
जबसभापति पद के लिए चुनाव हो रहे थे, तभी भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह वहां पहुंचे तो वहां खड़े युवाओं ने आक्रोश जताया और नारेबाजी शुरू की। जसवंत सेना के सैकड़ों युवा हाथों में बैनर लिए जसवंत जिंदाबाद के नारे बोलने लगे। आक्रोश मामले को बढ़ते देख पुलिस को दखलंदाजी करनी पड़ी और युवाओं को शांत करवाया। जब नारेबाजी हो रही थी तब भाजपा जिलाध्यक्ष नगर परिषद के बाहर बनी दुकानों की बालकॉनी से नजारे को देख रहे थे।
बाड़मेर. नगरपरिषद सभापति चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी की जीत पर कांग्रेस के नहीं जसवंत जिंदाबाद के नारे गूंजे। जसवंत के अपमान का बदला लेकर रहेंगे बैनर लिखे युवा नगर परिषद पहुंच गए। नारेबाजी जोश के बाद भाजपा के खिलाफ आक्रोश जताया। सीधा निशाना वहां खड़े भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह पर था। गौरतलब है कि गत लोकसभा चुनाव में एक समाज विशेष का साथ देकर पार्टी के साथ रहे जालम सिंह के खिलाफ यह आक्रोश था। लोकसभा चुनाव में पूर्व विदेश मंत्री जसवंत सिंह को हराया था। इसके बाद जिलाध्यक्ष के खिलाफ समाज विशेष के लोगों का आक्रोश हैं और कई जगह विरोध भी हुआ हैं।
आक्रोशके शिकार हुए जालम सिंह
जबसभापति पद के लिए चुनाव हो रहे थे, तभी भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह वहां पहुंचे तो वहां खड़े युवाओं ने आक्रोश जताया और नारेबाजी शुरू की। जसवंत सेना के सैकड़ों युवा हाथों में बैनर लिए जसवंत जिंदाबाद के नारे बोलने लगे। आक्रोश मामले को बढ़ते देख पुलिस को दखलंदाजी करनी पड़ी और युवाओं को शांत करवाया। जब नारेबाजी हो रही थी तब भाजपा जिलाध्यक्ष नगर परिषद के बाहर बनी दुकानों की बालकॉनी से नजारे को देख रहे थे।
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