बरवाला (हिसार)/चंडीगढ़। सतलोक आश्रम प्रमुख रामपाल पुलिस के समक्ष समर्पण को अब भी तैयार नहीं है। अदालत की अवमानना के मामले में मंगलवार को गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम पर आश्रम से रामपाल समर्थकों ने गोलीबारी और पथराव किया।
पुलिस ने जवाब में आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। 70 पुलिसकर्मियों समेत 200 लोग घायल हुए हैं। अपुष्ट सूत्र घायलों की संख्या एक हजार होने का दावा कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और रामपाल समर्थकों के बीच हुए संघर्ष में 4 लोगों की मौत हुई है। आश्रम से बुधवार सुबह 4 शव निकाले गए। उन शवों को अस्पताल ले जाया गया है। रामपाल समर्थकों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।
क्षेत्र से सरकारी व निजी अस्पताल घायलों से भरे हैं। कई जगह टेंट में उपचार जारी है। राज्य भर से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है। प्रशासन ने अतिक्ति बसें-ए ंबुलेंस लगाई हैं। पुलिस की अपील पर अब श्रद्धालु अपने घरों की ओर जा रहे हैं।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मीडियाकर्मियों से मारपीट की। कई कैमरे तोड़ डाले। एक दर्जन को चोटें आई हैं। पुलिस ने करीब ढाई हजार समर्थकों को चालीस बसों में बैठाकर हिसार, बरवाला, हासी, जींद के पुलिस लाइन और थानों में भेज दिया गया। इनमें महिलाएं भी हैं। उधर, रामपाल समर्थकों ने मंगलवार को ज ंतर-मंतर पर धरना दिया। पुलिस कार्रवाई के विरोध में एक प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने आपात बैठक बुला कर हालात पर चर्चा की। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने रामपाल की जमानत रद्द करने के मामले अपना फै सला सुरक्षित रख लिया है। आश्रम प्रवक्ता राजकपूर ने आठ लोगों की मौत का दावा किया है। डीजीपी वशिष्ठ के मुताबिक गोली लगने से दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जबकि एक महिला अज्ञात करणों से झुलस गई।
दीवार तोड़ी तो पेट्रोल बम से फूंकी जेसीबी
दोपहर करीब दो बजे जेसीबी आश्रम की 50 फीट ऊंची दीवार को तोड़ने के लिए आगे बढ़ी तो रामपाल समर्थकों ने पेट्रोल बम से हमला कर जेसीबी को फूंक डाला।
बवाल के बाद भी नहीं निकला रामपाल
पुलिस ने शाम चार और छह बजे कार्रवाई रोककर रामपाल को समर्पण को कहा, लेकिन रामपाल बाहर नहीं आया। इस बीच आश्रम से फायरिंग-पथराव जारी रहे।
बताया जा रहा है कि आश्रम में काफी मात्रा मे तेजाब रखा गया है। ऎसी आशंका जताई जा रही है कि उन तेजाबों से पुलिस पर हमला हो सकता है।
3 और मामले दर्ज
रामपाल के खिलाफ हिंसा भड़काने और बेगुनाहों की जान खतरे में डालने का मामला दर्ज किया गया है। 50 समर्थकों के खिलाफ डीजल डाल कर आत्मदाह के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज हुआ है। आश्रम के भीतर समर्थकों को बंधक बनाने पर रामपाल वगैरह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
डीजीपी एसएन वशिष्ठ का कहना है कि रामपाल अब भी आश्रम के भीतर हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने लोगों को बंधक बनाया हुआ है। आगे कार्रवाई जारी रहेगी।
गौरतलब है कि रामपाल पर हत्या की साजिश के आरोप हैं। वह इस समय जमानत पर है लेकिन इस महीने तीन तारीखों पर वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ, अवमानना के मामले में हाईकोर्ट ने प्रशासन को गिरफ्तार कर उसे 21 नवंबर को पेश करने का आदेश दिया है। हालांकि आश्रम के लोगों का कहना है कि रामपाल आश्रम में है ही नहीं, वह स्वास्थ्य लाभ के लिए बाहर हैं। -
पुलिस ने जवाब में आंसूगैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। 70 पुलिसकर्मियों समेत 200 लोग घायल हुए हैं। अपुष्ट सूत्र घायलों की संख्या एक हजार होने का दावा कर रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार, पुलिस और रामपाल समर्थकों के बीच हुए संघर्ष में 4 लोगों की मौत हुई है। आश्रम से बुधवार सुबह 4 शव निकाले गए। उन शवों को अस्पताल ले जाया गया है। रामपाल समर्थकों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।
क्षेत्र से सरकारी व निजी अस्पताल घायलों से भरे हैं। कई जगह टेंट में उपचार जारी है। राज्य भर से डॉक्टरों की टीम बुलाई गई है। प्रशासन ने अतिक्ति बसें-ए ंबुलेंस लगाई हैं। पुलिस की अपील पर अब श्रद्धालु अपने घरों की ओर जा रहे हैं।
कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मीडियाकर्मियों से मारपीट की। कई कैमरे तोड़ डाले। एक दर्जन को चोटें आई हैं। पुलिस ने करीब ढाई हजार समर्थकों को चालीस बसों में बैठाकर हिसार, बरवाला, हासी, जींद के पुलिस लाइन और थानों में भेज दिया गया। इनमें महिलाएं भी हैं। उधर, रामपाल समर्थकों ने मंगलवार को ज ंतर-मंतर पर धरना दिया। पुलिस कार्रवाई के विरोध में एक प्रतिनिधिमंडल ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह से मिलकर ज्ञापन सौंपा।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने आपात बैठक बुला कर हालात पर चर्चा की। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने रामपाल की जमानत रद्द करने के मामले अपना फै सला सुरक्षित रख लिया है। आश्रम प्रवक्ता राजकपूर ने आठ लोगों की मौत का दावा किया है। डीजीपी वशिष्ठ के मुताबिक गोली लगने से दो पुलिसकर्मी जख्मी हो गए, जबकि एक महिला अज्ञात करणों से झुलस गई।
दीवार तोड़ी तो पेट्रोल बम से फूंकी जेसीबी
दोपहर करीब दो बजे जेसीबी आश्रम की 50 फीट ऊंची दीवार को तोड़ने के लिए आगे बढ़ी तो रामपाल समर्थकों ने पेट्रोल बम से हमला कर जेसीबी को फूंक डाला।
बवाल के बाद भी नहीं निकला रामपाल
पुलिस ने शाम चार और छह बजे कार्रवाई रोककर रामपाल को समर्पण को कहा, लेकिन रामपाल बाहर नहीं आया। इस बीच आश्रम से फायरिंग-पथराव जारी रहे।
बताया जा रहा है कि आश्रम में काफी मात्रा मे तेजाब रखा गया है। ऎसी आशंका जताई जा रही है कि उन तेजाबों से पुलिस पर हमला हो सकता है।
3 और मामले दर्ज
रामपाल के खिलाफ हिंसा भड़काने और बेगुनाहों की जान खतरे में डालने का मामला दर्ज किया गया है। 50 समर्थकों के खिलाफ डीजल डाल कर आत्मदाह के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज हुआ है। आश्रम के भीतर समर्थकों को बंधक बनाने पर रामपाल वगैरह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
डीजीपी एसएन वशिष्ठ का कहना है कि रामपाल अब भी आश्रम के भीतर हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने लोगों को बंधक बनाया हुआ है। आगे कार्रवाई जारी रहेगी।
गौरतलब है कि रामपाल पर हत्या की साजिश के आरोप हैं। वह इस समय जमानत पर है लेकिन इस महीने तीन तारीखों पर वह कोर्ट में पेश नहीं हुआ, अवमानना के मामले में हाईकोर्ट ने प्रशासन को गिरफ्तार कर उसे 21 नवंबर को पेश करने का आदेश दिया है। हालांकि आश्रम के लोगों का कहना है कि रामपाल आश्रम में है ही नहीं, वह स्वास्थ्य लाभ के लिए बाहर हैं। -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें