छत्तीसगढ़। मच्छर के काटने से एक जवान की मौत, 6 की हालत गंभीर
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पुलिस जवानों को नक्सलियों के साथ ही मलेरिया की बीमारी से भी जूझना पड़ रहा है। शुक्रवार को मलेरिया से पीडित एक जवान की मौत हो गई और छह जवानों को गंभीर हालत के चलते इलाज के लिए रायपुर भेजना पड़ा है।
पुलिस अधीक्षक जगदलपुर अजय यादव के मुताबिक जीरम घाटी कैम्प में तैनात जवान गोविंद तरांग की शुक्रवार को मलेरिया से मौत हो गइ्र। जवान की मौत के बाद अन्य मलेरिया पीडित जवानों को हेलीकाप्टर से रायपुर रेफर किया गया है।
हाल में ही नक्सल प्रभावित जीरम घाटी में नए कैम्प की स्थापना की गई है। यादव ने बताया कि कैम्प में तैनात आठ जवान मलेरिया से पीडित हो गए थे जिन्हें गुरूवार शाम मेडिकल कालेज जगदलपुर में उपचारार्थ भर्ती करवाया गया था। दो गंभीर जवानों में एक दुर्ग निवासी गोविंद तरांग की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीररूप से पीडित मनोज नेताम समेत छह जवानों को रायपुर रेफर किया गया है।
बस्तर संभाग के मलेरिया अधिकारी डॉ संजय बसाक ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवान लगातार मलेरिया से बीमार होते जा रहे हैं। यह गंभीर समस्या है। वर्तमान में मलेरिया के लिए जो दवाई दी जा रही है वह प्रभावशील नहीं है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही बस्तर में मलेरिया विशेषज्ञों की दो टीम जबलपुर स्थित रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर फार ट्रायबल से पहुंच रही है। यह टीमें बस्तर संभाग के सभी ग्रामों का सर्वे करेगी।
जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पुलिस जवानों को नक्सलियों के साथ ही मलेरिया की बीमारी से भी जूझना पड़ रहा है। शुक्रवार को मलेरिया से पीडित एक जवान की मौत हो गई और छह जवानों को गंभीर हालत के चलते इलाज के लिए रायपुर भेजना पड़ा है।
पुलिस अधीक्षक जगदलपुर अजय यादव के मुताबिक जीरम घाटी कैम्प में तैनात जवान गोविंद तरांग की शुक्रवार को मलेरिया से मौत हो गइ्र। जवान की मौत के बाद अन्य मलेरिया पीडित जवानों को हेलीकाप्टर से रायपुर रेफर किया गया है।
हाल में ही नक्सल प्रभावित जीरम घाटी में नए कैम्प की स्थापना की गई है। यादव ने बताया कि कैम्प में तैनात आठ जवान मलेरिया से पीडित हो गए थे जिन्हें गुरूवार शाम मेडिकल कालेज जगदलपुर में उपचारार्थ भर्ती करवाया गया था। दो गंभीर जवानों में एक दुर्ग निवासी गोविंद तरांग की मौत हो गई जबकि एक अन्य गंभीररूप से पीडित मनोज नेताम समेत छह जवानों को रायपुर रेफर किया गया है।
बस्तर संभाग के मलेरिया अधिकारी डॉ संजय बसाक ने बताया कि अंदरूनी क्षेत्रों में तैनात जवान लगातार मलेरिया से बीमार होते जा रहे हैं। यह गंभीर समस्या है। वर्तमान में मलेरिया के लिए जो दवाई दी जा रही है वह प्रभावशील नहीं है।
उन्होंने बताया कि जल्द ही बस्तर में मलेरिया विशेषज्ञों की दो टीम जबलपुर स्थित रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर फार ट्रायबल से पहुंच रही है। यह टीमें बस्तर संभाग के सभी ग्रामों का सर्वे करेगी।
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