मां ने लिया बदला, 25 आतंकियों को मौत के घाट उतारा
काबुल। अफगानिस्तान की एक मां ने 25 तालिबानी आंतकवादियों को मौत के घाट उतारकर अपने देशवासियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दें कि अफगानिस्तान के वेस्टर्न फराह प्रांत के बालाबोलोक जिले की रहने वाली रेजा गुल के पुलिस अधिकारी बेटे सफीउल्लाह को 17 नवंबर को तालिबनी आंतकवादियों ने हत्या कर दी थी।
गुल ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया कि तालिबानी आतंकवादियों ने हमारे गांव पर हमला बोल दिया था और मेरा बेटा सुबह के समय चेक पोस्ट से बाहर था।
उसने बताया कि मुझे आतंकवादियों की उम्र नहीं पता थी लेकिन उनकी संख्या 50-60 के बीच रही होगी। उस हमले में तालिबानी आतंकवादियों ने बेटे की हत्या कर दी। उसकी लाश देखकर मैंने अपने बेटे के हत्यारों को मारने का फैसला कर लिया। इसके लिए मैंने बंदूक उठा लिया।
मैं चेक प्वाइंट पर पहुंच गई और फायरिंग शुरू कर दी। मारे गए पुलिस अधिकारी की पत्नी बताया कि जब हम लोग वहां हथियारों के साथ पहुंचे तब आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी।
हम सबने आखिरी गोली तक जंग लड़ने का वादा किया था। गुल ने करीब 25 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इस फायरिंग में गुल का साथ उसके पति, बहू, बेटी और किशोर बेटे ने दिया।
गुल की बेटी फातिमा ने अफगान टेलीविजन चैनल टोलो से बातचीत में कहा कि मैं मां और पिता के साथ मिलकर लड़ने के लिए तैयार हुई थी।
स्थानीय पुलिस अधिकारी अब्दुल रज्जाक याकूबी ने 17 नवंबर को बालाबोलोक जिले में हुए तालिबानी हमले की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी सफीउल्लाह की हत्या के बाद उनकी मां ने रायफल उठाया था। उन्होंने बताया कि सात घंटे तक चली लड़ाई में 25 तालिबानी आतंकवादी मारे गए और 31 घायल हुए थे।
काबुल। अफगानिस्तान की एक मां ने 25 तालिबानी आंतकवादियों को मौत के घाट उतारकर अपने देशवासियों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
बता दें कि अफगानिस्तान के वेस्टर्न फराह प्रांत के बालाबोलोक जिले की रहने वाली रेजा गुल के पुलिस अधिकारी बेटे सफीउल्लाह को 17 नवंबर को तालिबनी आंतकवादियों ने हत्या कर दी थी।
गुल ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में बताया कि तालिबानी आतंकवादियों ने हमारे गांव पर हमला बोल दिया था और मेरा बेटा सुबह के समय चेक पोस्ट से बाहर था।
उसने बताया कि मुझे आतंकवादियों की उम्र नहीं पता थी लेकिन उनकी संख्या 50-60 के बीच रही होगी। उस हमले में तालिबानी आतंकवादियों ने बेटे की हत्या कर दी। उसकी लाश देखकर मैंने अपने बेटे के हत्यारों को मारने का फैसला कर लिया। इसके लिए मैंने बंदूक उठा लिया।
मैं चेक प्वाइंट पर पहुंच गई और फायरिंग शुरू कर दी। मारे गए पुलिस अधिकारी की पत्नी बताया कि जब हम लोग वहां हथियारों के साथ पहुंचे तब आतंकवादियों ने फायरिंग शुरू कर दी थी।
हम सबने आखिरी गोली तक जंग लड़ने का वादा किया था। गुल ने करीब 25 आतंकवादियों को मौत के घाट उतार दिया। इस फायरिंग में गुल का साथ उसके पति, बहू, बेटी और किशोर बेटे ने दिया।
गुल की बेटी फातिमा ने अफगान टेलीविजन चैनल टोलो से बातचीत में कहा कि मैं मां और पिता के साथ मिलकर लड़ने के लिए तैयार हुई थी।
स्थानीय पुलिस अधिकारी अब्दुल रज्जाक याकूबी ने 17 नवंबर को बालाबोलोक जिले में हुए तालिबानी हमले की पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि पुलिस अधिकारी सफीउल्लाह की हत्या के बाद उनकी मां ने रायफल उठाया था। उन्होंने बताया कि सात घंटे तक चली लड़ाई में 25 तालिबानी आतंकवादी मारे गए और 31 घायल हुए थे।
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