मोहाली। मोहाली पुलिस ने पंजाबी गायक जरनैल सिंह और मनिंदर सिंह मांगा के खिलाफ एक्ट्रेस से गैंगरेप का मामला दर्ज किया है। जैली के नाम से मशहूर जरनैल ने अपने दोस्त मांगा के साथ मिलकर कथित तौर पर पंजाबी एक्ट्रेस से गैंगरेप कर उसकी वीडियो बनाई। चंडीगढ़ की रहने वाली एक्ट्रेस ने पुलिस में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि उन्होंने वीडियो के आधार पर उसे ब्लैकमेल भी किया है।
ेएफआईआर के मुताबिक पीडिता अपने पति से अलग रह रही थी और तलाक और गुजारा भत्ता के लिए केस लड़ रही थी। साथ ही शिकायत में एक्ट्रेस ने बताया कि इसी साल जुलाई में जैली और मांगा ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। लेकिन पीडिता ने पुलिस से इसलिए संपर्क नहीं किया कि आरोपियों ने उसकी वीडियो को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी दी थी। पीडिता के गर्भवती होने पर जैली और मांगा के दोस्त चरणजीत सिंह और श्रवण सिंह ने उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया।
शिकायत के मुताबिक पीडिता को चार लोगों ने 17 अक्टूबर को अपहरण कर लिया था। जिसके बाद उस एक जगह लेकर खूब मारा-पीटा। पीडिता के पेट पर लात-घूसे मारकर एक धार्मिक स्थल के बाहर मरने के लिए छोड़ दिया गया। पीडिता को जब होश आया तो उसने अपने एक दोस्त को कॉल करके बुलाया। दोस्त उसे अस्पताल ले गया और उसका इलाज करवाया। एफआईआर के मुताबिक पीडिता पांच दिनों तक अस्पताल में रही और उसके बाद 22 अक्टूबर को उसने पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
ेएफआईआर के मुताबिक पीडिता अपने पति से अलग रह रही थी और तलाक और गुजारा भत्ता के लिए केस लड़ रही थी। साथ ही शिकायत में एक्ट्रेस ने बताया कि इसी साल जुलाई में जैली और मांगा ने नशीला पदार्थ खिलाकर उसके साथ गैंगरेप किया। लेकिन पीडिता ने पुलिस से इसलिए संपर्क नहीं किया कि आरोपियों ने उसकी वीडियो को इंटरनेट पर अपलोड करने की धमकी दी थी। पीडिता के गर्भवती होने पर जैली और मांगा के दोस्त चरणजीत सिंह और श्रवण सिंह ने उसे गर्भपात कराने के लिए मजबूर किया।
शिकायत के मुताबिक पीडिता को चार लोगों ने 17 अक्टूबर को अपहरण कर लिया था। जिसके बाद उस एक जगह लेकर खूब मारा-पीटा। पीडिता के पेट पर लात-घूसे मारकर एक धार्मिक स्थल के बाहर मरने के लिए छोड़ दिया गया। पीडिता को जब होश आया तो उसने अपने एक दोस्त को कॉल करके बुलाया। दोस्त उसे अस्पताल ले गया और उसका इलाज करवाया। एफआईआर के मुताबिक पीडिता पांच दिनों तक अस्पताल में रही और उसके बाद 22 अक्टूबर को उसने पुलिस में मामला दर्ज कराया। पुलिस ने अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है।
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