नई दिल्ली। भारत परमाणु क्षमता वाली क्रूज मिसाइल निर्भय का शुक्रवार को परीक्षण करेगा। मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर में एकीकृत परीक्षण रेंज में होगा।
रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इसे विकसित किया है। पूर्ण रूप से स्वदेशी इस मिसाइल का दूसरी बार परीक्षण होगा।
निर्भय के दूसरे परीक्षण पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि पिछले मार्च में यह मिसाइल बंगाल की खाड़ी में अपने निर्घारित लक्ष्य को भेदने में असफल रही थी।
इस मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर है और यह परमाणु हथियार अपने साथ ले जाने में सक्ष्म है। इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहर आते हैं।
दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्ष्म
डीआरडीओ के अधिकारी ने बताया कि मिसाइल के नेविगेशन प्रणाली में कुछ खामी थी, उसे अब ठीक कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस मिसाइल ने अपने पहले परीक्षण में आंशिक सफलता हासिल की थी, उसमें वह कई मानकों पर खरी उतरी। इसका दूसरा परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें मिसाइल की क्षमता को आंका जाएगा।
इस मिसाइल को सेना को सौंपने से पहले अभी कुछ और परीक्षणों से गुजरना होगा।
इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली को आसानी से चकमा दे सकती है। इस मिसाइल को जल, थल या वायु तीनों जगहों से दागा जा सकता है। -
रक्षा शोध एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने इसे विकसित किया है। पूर्ण रूप से स्वदेशी इस मिसाइल का दूसरी बार परीक्षण होगा।
निर्भय के दूसरे परीक्षण पर सबकी निगाहें लगी हुई हैं क्योंकि पिछले मार्च में यह मिसाइल बंगाल की खाड़ी में अपने निर्घारित लक्ष्य को भेदने में असफल रही थी।
इस मिसाइल की मारक क्षमता 1000 किलोमीटर है और यह परमाणु हथियार अपने साथ ले जाने में सक्ष्म है। इस मिसाइल की जद में पाकिस्तान के सभी प्रमुख शहर आते हैं।
दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्ष्म
डीआरडीओ के अधिकारी ने बताया कि मिसाइल के नेविगेशन प्रणाली में कुछ खामी थी, उसे अब ठीक कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि इस मिसाइल ने अपने पहले परीक्षण में आंशिक सफलता हासिल की थी, उसमें वह कई मानकों पर खरी उतरी। इसका दूसरा परीक्षण बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि इसमें मिसाइल की क्षमता को आंका जाएगा।
इस मिसाइल को सेना को सौंपने से पहले अभी कुछ और परीक्षणों से गुजरना होगा।
इस मिसाइल की सबसे बड़ी खासियत यह है कि वह दुश्मन के वायु रक्षा प्रणाली को आसानी से चकमा दे सकती है। इस मिसाइल को जल, थल या वायु तीनों जगहों से दागा जा सकता है। -
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