मंगलवार, 7 अक्तूबर 2014

बाड़मेर जोधपुर जिले पोलियो वायरस के खतरे के निशान पर

बाड़मेर जोधपुर जिले  पोलियो वायरस के खतरे  के निशान पर 

बाड़मेर सीमावर्ती बाड़मेर और जोधपुर जिला पोलियो वायरस के खतरे के निशान पर है। हालांकि भारत दो साल पहले ही पोलियो मुक्त घोषित हो चुका है, मगर थार लिंक एक्सप्रेस से आ रहे यात्रियों के कारण केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने दोनों जिलों को हाई-रिस्क एरिया घोषित कर दिया हैं।

इसका कुछ असर श्रीगंगानगर क्षेत्र में भी होने की आशंका है। इसकी बड़ी वजह है कि पाकिस्तान में पोलियो जबर्दस्त तरीके से पैर पसार चुका है और इस साल अब तक 202 केस सामने आए हैं। इस खतरे से निपटने के लिए राज्य सरकार ने दोनों जिलों में पल्स पोलियो का विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। 

विदेशी नागरिकों के कारण खतरा बढ़ा 


भारत में पोलियो का आखिरी केस नवंबर 09 में सामने आया था। तीन साल में एक भी केस नहीं होने के कारण 24 फरवरी 12 को भारत पोलियो मुक्त देश घोषित हुआ। मगर केंद्र सरकार की गाइड लाइन के मुताबिक अफगानिस्तान, पाकिस्तान, नाइजीरिया, सोमालिया व इथोपिया जैसे देशों में पोलियो के वायरस मौजूद हैं। इसलिए इन देशों से आने वाले यात्रियों के बच्चों को पोलियो खुराक पिलाने के लिए इंटरनेशनल बॉर्डर पर एक मार्च से विशेष अभियान भी चलाया गया था।  

ऐहतियात क्या : 16 नवंबर को दोनों जिलों में विशेष अभियान 

स्वास्थ्य मंत्रालय ने 29 सितंबर 14 को राज्य सरकार को लिखा है कि पश्चिमी राजस्थान का बाड़मेर व जोधपुर हाई-रिस्क में है। स्वास्थ्य विभाग ने जोधपुर सीएमएचओ को निर्देश दिए कि वे 16 नवंबर को दोनों जिलों में उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो टीकाकरण दिवस आयोिजत करें। 

सबसे बड़ा खतरा पाकिस्तान से  


>पाकिस्तान में जनवरी 14 से अब तक पोलियो के 202 केस सामने आए हैं। 
> थार लिंक एक्सप्रेस के कारण पाकिस्तान यात्रियों की सर्वाधिक आवाजाही रहती है। 
> जनवरी से अब तक थार एक्सप्रेस के 31 फेरों में 25,000 से ज्यादा लोग आए हैं। 
> 80 फीसदी लोग जोधपुर व बाड़मेर जिलों में अपने रिश्तेदारों से मिलने आए थे। 
> नेशनल हाई-वे 15 के दूसरी ओर जाने पर पाबंदी है, इसलिए जैसलमेर में ये नहीं जा पाते।

बाड़मेर व जोधपुर जिला थार एक्सप्रेस के कारण हाई-रिस्क जोन बन गया है। हमारे यहां पोलियो वायरस नहीं है, मगर पाकिस्तान से आने वाले हजारों यात्रियों के कारण खतरा है। ऐहतियात के तौर पर मुनाबाव स्टेशन पर बच्चों को खुराक दे रहे हैं और 16 नवंबर से विशेष अभियान चलाएंगे।  -  डॉ खुशवंत खत्री आर सी एच ओ बाड़मेर 

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