बालोतरा। रेल आॅवरब्रिज नही बने से लोगो करना पड़ रहा है परेशानी का सामना
रिपोर्टर :- ओमप्रकाश सोनी /बालोतरा
बालोतरा। बालोतरा शहर के लिये स्वीकृत रेल आॅवरब्रिज के राजनीती के भंवरजाल में फंस जाने से बालोतरा की आम आवाम को भारी परेशानियो का सामना करना पड़ रहा है। बालोतरा में पिछली कांग्रेस सरकार ने दितीय रेल्वे क्रांसिंग पर आॅवरब्रिज का शिलान्यास किया ओर उसके बाद चुनाव हूए। चुनाव के बाद भाजपा सरकार ने उस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया है। रेल्वे फाटक के बंद होने के दोरान बालोतरा दो भागो में बंट जाता है।
अस्पताल, फायर स्टेशन, नगरपरिषद आदि महत्वपुर्ण सेवाओ के कार्यालय रेल्वे फाटक के दूसरी ओर है जिस कारण फाटक के बंद होने पर अति आवष्यक सेवाएं भी बाधित हो जाती है। शुक्रवार को इसकी बानगी देखने को मिली। रेल्वे फाटक के बंद होने से फायरब्रिगेड को रूकना पड़ा ओर बाद में प्रथम रेल्वे फाटक से जीरो नंबर रेल्वे फाटक होकर छत्रियो के मोर्च की तरफ आना पड़ा जिसमे करीब आधे घंटे का समय लगा। रेल्वे फाटक के बंद होेने पर एंबलंेस भी फाटक पर अटक जाती है जिससे मरीजो की जान पर बन आती है। बालोतरा शहर को अब रेल्वे आॅवरब्रिज की सख्त आवष्यकता है। साथ ही शहर को दो भागो में बांटने वाली रेल्वे लाईन के दोनो ओर घनी आबादी हो जाने के कारण से कुछ बड़े अंडरपास बनवाने की भी आवष्यकता महसूस की जा रही है।
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