कोटा। जवाहर नगर थाना क्षेत्र से रूद्राक्ष हांडा के अपहरण व हत्या का मामला अभी पूरी तरह से शांत भी नहीं हुआ कि एक और बच्चे के अपहरण करने का मामला सामने आया है।
हालांकि इस बार बालक सकुशल घर लौट आया। परिजनों ने बुधवार को अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कुन्हाड़ी घाने पर प्रदर्शन भी किया।
बजरंगपुरा निवासी बनवारी लाल मीणा ने बताया कि उनका पुत्र हेमंत (13) कक्षा 9 में पढ़ता है। वह सकतपुरा में कोचिंग जाने के लिए मंगलवार शाम 4.45 बजे करीब घर से पैदल ही निकला था।
शाम 7 बजे तक जब वह घर नहीं लौटा तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। वे उसकी कोचिंग गए तो पता चला कि वहां वह आया ही नहीं। उन्होंने आस-पास व रिश्तेदारों के यहां पूछताछ की। जब उसका कहीं पता नहीं चला तो रात 8 बजे करीब कुन्हाड़ी थाने में रिपोर्ट दी।
इसी बीच दुर्गापुरा से उनके पुत्र के मिलने की सूचना आई। वे अपने रिश्तेदार हेमराज कुशवाह व पुलिस के साथ रात को ही वहा पहुंच गए थे। जिसे लेकर वे बुधवार को कोटा पहुंचे। दूध डेयरी पर काम करने वाले बनवारी लाल ने बताया कि उनकी न तो किसी से दुश्मनी है और न ही किसी ने फिरौती के लिए उनके पास फोन किया।
कोटा पहुंचने पर परिजनों व मौहल्ले के लोगों ने कुन्हाड़ी थाने पहुंचकर आरोपितों को तीन दिन में गिरफ्तार करने व सकतपुरा मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
किशोर का यह है कहना
हेमंत मीणा ने बताया कि वह कोचिंग जा रहा था। तभी रास्ते में ही सकतपुरा के पास पीछे से मोटर साइकिल सवार दो युवक आए। उन्होंने उसे मोटर साइकिल पर बैठने को कहा। उसके मना करने पर उनमें से एक ने उसकी कमर पर चाकू टिका दिया।
जैसे ही वह नीचे की तरफ झुका वैसे ही उसके मुंह पर रूमाल लगा दिया जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद वे उसे मोटर साइकिल पर ही रेलवे स्टेशन की तरफ ले गए। यहां उसे कुछ होश आया तो वह पैदल चलकर ही ट्रेन की तरफ गया।
हनुमानगढ़ ट्रेन में बैठते ही उन्होंने फिर से उसके मुंह पर रूमाल लगाया जिससे वह बेहोश हो गया। दुर्गापुरा स्टेशन पर पहुंचते ही उसे होश आ गया। उसने देखा कि एक व्यक्ति तो पास में ही कम्बल ओढ़ कर सो रहा था जबकि दूसा वहां नहीं था।
वह ट्रेन से नीचे उतर गया। उसने टीसी को इस बारे में जानकारी दी। तब तक ट्रेन जा चुकी थी। अगले स्टेशन पर ट्रेन रोककर देखा तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद टीसी ने स्टेशन मास्टर को बताया। वहां से उन्होंने परिजनों व पुलिस को सूचना दी।
जेब में ही मिले रूपए
हेमंत ने बताया कि उसकी जेब में 20 रूपए थे जो उसके पास ही मिले हैं। लेकिन उसकी किताबों का बैग उसके पास नहीं था।
मामले की जांच कर रहे हैं
पिता की रिपोर्ट पर मंगलवार रात को ही बालक को बहला-फुसला कर ले जाने का मामला दर्ज कर लिया था। बालक के दुर्गापुरा होने की सूचना पर परिजनों के साथ पुलिस वहां गई और बालक को लेकर आ गए हैं।
अब वास्तव में उसे कोई लेकर गया या वह वहां तक कैसे पहुंचा। इसकी जांच स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों व बालक से पूछताछ के आधार पर की जाएगी।
राजेश सोनी, थाना प्रभारी कुन्हाड़ी -
हालांकि इस बार बालक सकुशल घर लौट आया। परिजनों ने बुधवार को अपहरणकर्ता को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर कुन्हाड़ी घाने पर प्रदर्शन भी किया।
बजरंगपुरा निवासी बनवारी लाल मीणा ने बताया कि उनका पुत्र हेमंत (13) कक्षा 9 में पढ़ता है। वह सकतपुरा में कोचिंग जाने के लिए मंगलवार शाम 4.45 बजे करीब घर से पैदल ही निकला था।
शाम 7 बजे तक जब वह घर नहीं लौटा तो उन्होंने उसकी तलाश शुरू की। वे उसकी कोचिंग गए तो पता चला कि वहां वह आया ही नहीं। उन्होंने आस-पास व रिश्तेदारों के यहां पूछताछ की। जब उसका कहीं पता नहीं चला तो रात 8 बजे करीब कुन्हाड़ी थाने में रिपोर्ट दी।
इसी बीच दुर्गापुरा से उनके पुत्र के मिलने की सूचना आई। वे अपने रिश्तेदार हेमराज कुशवाह व पुलिस के साथ रात को ही वहा पहुंच गए थे। जिसे लेकर वे बुधवार को कोटा पहुंचे। दूध डेयरी पर काम करने वाले बनवारी लाल ने बताया कि उनकी न तो किसी से दुश्मनी है और न ही किसी ने फिरौती के लिए उनके पास फोन किया।
कोटा पहुंचने पर परिजनों व मौहल्ले के लोगों ने कुन्हाड़ी थाने पहुंचकर आरोपितों को तीन दिन में गिरफ्तार करने व सकतपुरा मुख्य मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया।
किशोर का यह है कहना
हेमंत मीणा ने बताया कि वह कोचिंग जा रहा था। तभी रास्ते में ही सकतपुरा के पास पीछे से मोटर साइकिल सवार दो युवक आए। उन्होंने उसे मोटर साइकिल पर बैठने को कहा। उसके मना करने पर उनमें से एक ने उसकी कमर पर चाकू टिका दिया।
जैसे ही वह नीचे की तरफ झुका वैसे ही उसके मुंह पर रूमाल लगा दिया जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद वे उसे मोटर साइकिल पर ही रेलवे स्टेशन की तरफ ले गए। यहां उसे कुछ होश आया तो वह पैदल चलकर ही ट्रेन की तरफ गया।
हनुमानगढ़ ट्रेन में बैठते ही उन्होंने फिर से उसके मुंह पर रूमाल लगाया जिससे वह बेहोश हो गया। दुर्गापुरा स्टेशन पर पहुंचते ही उसे होश आ गया। उसने देखा कि एक व्यक्ति तो पास में ही कम्बल ओढ़ कर सो रहा था जबकि दूसा वहां नहीं था।
वह ट्रेन से नीचे उतर गया। उसने टीसी को इस बारे में जानकारी दी। तब तक ट्रेन जा चुकी थी। अगले स्टेशन पर ट्रेन रोककर देखा तो वहां कोई नहीं मिला। इसके बाद टीसी ने स्टेशन मास्टर को बताया। वहां से उन्होंने परिजनों व पुलिस को सूचना दी।
जेब में ही मिले रूपए
हेमंत ने बताया कि उसकी जेब में 20 रूपए थे जो उसके पास ही मिले हैं। लेकिन उसकी किताबों का बैग उसके पास नहीं था।
मामले की जांच कर रहे हैं
पिता की रिपोर्ट पर मंगलवार रात को ही बालक को बहला-फुसला कर ले जाने का मामला दर्ज कर लिया था। बालक के दुर्गापुरा होने की सूचना पर परिजनों के साथ पुलिस वहां गई और बालक को लेकर आ गए हैं।
अब वास्तव में उसे कोई लेकर गया या वह वहां तक कैसे पहुंचा। इसकी जांच स्टेशन के सीसीटीवी कैमरों व बालक से पूछताछ के आधार पर की जाएगी।
राजेश सोनी, थाना प्रभारी कुन्हाड़ी -
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