अलवर। दुनिया की सबसे पसंसदीदा सोशल मीडिया साइट फेसबुक के संस्थापक और दुनिया के सबसे कम उम्र के अरबपति मार्क जुकरबर्ग शुक्रवार को निजी दौरे पर अलवर के चांदोली गांव आए।
जुकरबर्ग ने यहां बने सायबर विलेज सेन्टर में स्कूली बच्चों और ग्रामीणों से मुलाकात की और जानने का प्रयास किया कि गांव में इन्टरनेट की पहुंच बनाने में यह केन्द्र कैसे मददगार साबित हो रहे हैं।
जुकरबर्ग का कार्यक्रम प्रशासन ने पूरी तरह गोपनीय रखा वे करीब 2.15 बजे हेलीकॉप्टर से अलवर पहुंचे और यहां से कार से चांदोली गांव पहुंचे। करीब आधा घंटे गांव में रूके और करीब 3.45 वापस रवाना हो गए।
उनके साथ अमरीकी मीडिया और सायबर विलेज प्रोजेकट चला रही संस्था के प्रतिनिधि भी मौजूद थे। जुकरबर्ग दो दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं और उन्हें नई दिल्ली में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करनी है।
गौरतलब है कि गत वर्ष भारत सरकार और एक गैर सरकारी संस्था के सहयोग से चांदोली गांव में सायबर प्रोजेकट शुरू किया गया है। यहां बने केन्द्र में इन्टरनेट और अत्याधुनिक उपकरण लगाकर बच्चों और ग्रामीणों को सायबर तकनीक से अपडेट किया जा रहा है।
भपंग भी सुनी
अलवर के मेवात अंचल के मशहूर लोक वाध्य भपंग का लुत्फ भी जुकरबर्ग ने लिया। उन्होंने ग्रामीणों के साथ बैठकर लोक वाद्य की धुन पर गीत सुना।
भारत बहुत अच्छा, फेसबुक को सम्पर्क का माध्यम बनाएं
चांदोली से लौटते समय पत्रकारों से संक्षिप्त बातचीत में जुकरबर्ग ने कहा कि भारत बहुत अच्छा और अपार संभावनाओं वाला देश है। चांदोली में यह जानकर अच्छा लगा कि गांव के लोग इन्टरनेट से जुड़ने की ओर कदम बढ़ा रहे हैं।
जुकरबर्ग ने फेसबुक को सेंशनल (सनसनीखेज) नहीं बनाने की अपील करते हुए कहा कि सोशल मीडिया के रूप में यह आपसी संपर्क का मंच है और इसका यही रूप बने रहना देना चहिए। सनसनीखेज सूचनाओं का केन्द्र बनाने का प्रयास नहीं होना चाहिए।
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