नई दिल्ली/ मुंबई। महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला मंगलवार को हो जाएगा। इसमें कोई दो राय नहीं कि राज्य का अगला सीएम भाजपा से ही होगा।
इस बीच, राज्य की अन्य दो बड़ी पार्टियों यानी शिवसेना और एनसीपी में भाजपा को समर्थन देने की जैसे होड़ ही लग गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 31 अक्टूबर को होगा।
भाजपा विधायक चुनेंगे नेता
महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की बैठक मंगलवार शाम 4 बजे होगी। इसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। चूंकि सरकार भाजपा के नेतृत्व में ही बननी है तो भाजपा विधायक दल का नया नेता ही प्रदेश का नया मुख्यमंत्री होगा। बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक के तौर पर राजनाथ और जेपी नaा मौजूद रहेंगे।
बैठकों का दौर
इससे पहले महाराष्ट्र में भाजपा के बड़े नेता एकनाथ खड़से, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र फणवीस और वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े की एक बैठक हुई, जिसमें सरकार बनाने की तैयारियों के बारे में विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
खड़से ने बताया, विधायक दल का नेता राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मिलकर राज्य सरकार बनाने के लिए दावा पेश करेगा। खडसे ने कहा, अगर राज्यपाल चाहेंगे तो हम सदन में अपना बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
चुनाव में जो हुआ, उसे भूल जाइए
कुछ दिनों पहले तक भाजपा पर हमलावर रही उसकी पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना के सुर पूरी तरह बदल गए हैं। पार्टी के मुखपत्र सामना में भाजपा को समर्थन के खुले ऎलान के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि जनता ने भाजपा को जनसमर्थन दिया तो हमारी पार्टी को उसका सम्मान करना चाहिए।
राउत ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा मोदी का सम्मान करती रही है। संजय ने कहा कि भाजपा से हमारे रिश्ते बहुत पुराने रहे हैं और चुनाव के दौरान जो कुछ हुआ उसे हम भूल गए हैं, उन्हें भी ऎसा ही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा लड़ाई कोई भारत-पाकिस्तान के बीच का झगड़ा नहीं है।
इधर, एनसीपी भी आतुर
एक और जहां, शिवसेना भाजपा के पाले में कूदने को तैयार है तो कांग्रेस की पूर्व सहयोगी एनसीपी भी भगवा दल को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा कि अगर विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए वोटिंग होती है, तो उनकी पार्टी सदन से वॉक आउट करेगी। उन्होंने कहा कि वह राज्य में एक स्थिर सरकार चाहते हैं, इसलिए इसलिए हम ऎसा करेंगे।
मायने ये
मान लीजिए, बहुमत प्राप्ति के लिए राज्य विस में वोटिंग होती है और उसमें एनसीपी मौजूद नहीं रहती है तो सदन में बहुमत का फैसला उपस्थित संख्या बल के आधार पर होगा और 121 विधायकों वाली भाजपा कुछ निर्दलीय का साथ लेकर आसानी से बहुमत साबित कर सकती है।
भाजपा विधायक का निधन
एक ओर, जहां भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक आज अपना नेता चुन रहे हैं तो वहीं उनके एक सहयोगी और मुदखेड़ से पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक गोविंद राठौर का सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पार्टी प्रवक्ता माधव भंडारी ने बताया, वे विधायक दल की बैठक के लिए ट्रेन से मुंबई आ रहे थे, इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। -
इस बीच, राज्य की अन्य दो बड़ी पार्टियों यानी शिवसेना और एनसीपी में भाजपा को समर्थन देने की जैसे होड़ ही लग गई है। सूत्रों के हवाले से खबर है कि महाराष्ट्र की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 31 अक्टूबर को होगा।
भाजपा विधायक चुनेंगे नेता
महाराष्ट्र के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों की बैठक मंगलवार शाम 4 बजे होगी। इसमें विधायक दल का नेता चुना जाएगा। चूंकि सरकार भाजपा के नेतृत्व में ही बननी है तो भाजपा विधायक दल का नया नेता ही प्रदेश का नया मुख्यमंत्री होगा। बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक के तौर पर राजनाथ और जेपी नaा मौजूद रहेंगे।
बैठकों का दौर
इससे पहले महाराष्ट्र में भाजपा के बड़े नेता एकनाथ खड़से, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष देवेंद्र फणवीस और वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े की एक बैठक हुई, जिसमें सरकार बनाने की तैयारियों के बारे में विस्तार से विचार-विमर्श किया गया।
खड़से ने बताया, विधायक दल का नेता राज्यपाल सी. विद्यासागर राव से मिलकर राज्य सरकार बनाने के लिए दावा पेश करेगा। खडसे ने कहा, अगर राज्यपाल चाहेंगे तो हम सदन में अपना बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
चुनाव में जो हुआ, उसे भूल जाइए
कुछ दिनों पहले तक भाजपा पर हमलावर रही उसकी पूर्व सहयोगी पार्टी शिवसेना के सुर पूरी तरह बदल गए हैं। पार्टी के मुखपत्र सामना में भाजपा को समर्थन के खुले ऎलान के बाद शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि जनता ने भाजपा को जनसमर्थन दिया तो हमारी पार्टी को उसका सम्मान करना चाहिए।
राउत ने कहा कि उनकी पार्टी हमेशा मोदी का सम्मान करती रही है। संजय ने कहा कि भाजपा से हमारे रिश्ते बहुत पुराने रहे हैं और चुनाव के दौरान जो कुछ हुआ उसे हम भूल गए हैं, उन्हें भी ऎसा ही करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा लड़ाई कोई भारत-पाकिस्तान के बीच का झगड़ा नहीं है।
इधर, एनसीपी भी आतुर
एक और जहां, शिवसेना भाजपा के पाले में कूदने को तैयार है तो कांग्रेस की पूर्व सहयोगी एनसीपी भी भगवा दल को लुभाने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार को एक साक्षात्कार में कहा कि अगर विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए वोटिंग होती है, तो उनकी पार्टी सदन से वॉक आउट करेगी। उन्होंने कहा कि वह राज्य में एक स्थिर सरकार चाहते हैं, इसलिए इसलिए हम ऎसा करेंगे।
मायने ये
मान लीजिए, बहुमत प्राप्ति के लिए राज्य विस में वोटिंग होती है और उसमें एनसीपी मौजूद नहीं रहती है तो सदन में बहुमत का फैसला उपस्थित संख्या बल के आधार पर होगा और 121 विधायकों वाली भाजपा कुछ निर्दलीय का साथ लेकर आसानी से बहुमत साबित कर सकती है।
भाजपा विधायक का निधन
एक ओर, जहां भाजपा के नवनिर्वाचित विधायक आज अपना नेता चुन रहे हैं तो वहीं उनके एक सहयोगी और मुदखेड़ से पार्टी के नवनिर्वाचित विधायक गोविंद राठौर का सोमवार तड़के दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। पार्टी प्रवक्ता माधव भंडारी ने बताया, वे विधायक दल की बैठक के लिए ट्रेन से मुंबई आ रहे थे, इसी दौरान दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। -
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