उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बरौनी एक्सप्रेस के पटरी से उतरे डिब्बों को बगल की पटरी से गुजर रही कृषक एक्सप्रेस के इंजन ने टक्कर मार दी, जिससे कम से कम 12 यात्रियों की मौत हो गई तथा 45 अन्य जख्मी हो गये। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आलोक सिंह ने बताया कि कल रात 10 बजकर 47 मिनट पर गोरखपुर तथा कैंट रेलवे स्टेशनों के बीच नन्दानगर रेलवे क्रॉसिंग के पास लखनऊ से बरौनी जा रही एक्सप्रेस के पीछे के तीन डिब्बे दुर्घटनावश पटरी से उतर गये थे। बरौनी एक्सप्रेस के इन डिब्बों को बगल की पटरी से गुजर रही कृषक एक्सप्रेस के इंजन ने टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि टक्कर से बरौनी एक्सप्रेस के डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये। इस हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत हो चुकी है।
सिंह के अनुसार, दुर्घटना में 45 लोग जख्मी हुए है, जिनमें से 12 की हालत नाजुक बतायी जाती है, लिहाजा मृतकों की संख्या बढने की आशंका है। सिंह ने बताया कि रैपिड एक्शन फोर्स, गोरखा रेजीमेंट तथा रेलवे पुलिस ने मौके पर पहुंच कर, बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुए डिब्बों से घायल यात्रियों को निकालने का काम शुरू किया। उन्होंने बताया कि दुर्घटना की जानकारी देने और पूछताछ के लिए हेल्पलाइन नम्बर शुरू किये गये हैं। जो गोरखपुर के लिए 05513303365 और 09794846980, लखनऊ के लिए 05222233042, छपरा के लिए 09006693233 तथा बनारस के लिए 09919041978 हैं।
दुर्घटना के बाद राहत कार्य के लिए गोरखपुर से दुर्घटना चिकित्सा राहत वाहन, दुर्घटना राहत वाहन घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं तथा बचाव कार्य पूरी तेजी से चल रहा है। वरिष्ठ अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये हैं। सिंह ने बताया कि कृषक एक्सप्रेस के लोको पायलट राम बहादुर एवं सहायक लोको पायलट सत्यजीत को निलंबित कर दिया गया है। दुर्घटना के फलस्वरूप रेलमार्ग बाधित होने के कारण कई रेलगाड़ियों का संचालन निरस्त कर दिया गया है और अनेक ट्रेनों के मार्ग में परिवर्तन किया गया है।
रात ढाई बजे तक का मंजर इस तरह था कि बरौनी की दो बोगियों को गैस कटर से काटने का काम शुरू नहीं हो पाया था। दोनों बोगियों में काफी यात्रियों के फंसे होने की आशंका है। कृषक एक्सप्रेस को पीछे से इंजन लगाकर कुसुम्ही रेलवे स्टेशन पर पहुंचा दिया गया था। हादसे के वक्त तेज आवाज हुई। आवाज सुन इलाकाई लोगों के साथ ही पास के एयरफोर्स, गोरखा भर्ती डिपो के जवान और पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। राहत कार्य तुरन्त शुरू कर दिया गया।
मंगलवार रात करीब 11 बजे गोरखपुर जंक्शन से बरौनी एक्सप्रेस खुली। ट्रेन नंदानगर के आगे कैंची क्रॉसिंग पार कर रही थी। यहां होम सिग्नल पर कृषक एक्सप्रेस को रुकना था, लेकिन ड्राइवर लाल सिग्नल को नजरअंदाज करते आगे बढ़ गया। सिग्नल से करीब दो सौ मीटर आगे कैंची क्रॉसिंग को बरौनी एक्सप्रेस पार कर रही थी। कृषक के इंजन ने बरौनी एक्सप्रेस के आगे से पांचवें अनारक्षित कोच को टक्कर मारी। इंजन कोच को बीचोबीच चीरते हुए बढ़ गया। इस दौरान बरौनी की छठवीं, सातवीं और आठवीं अराक्षित बोगियां भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त होकर पलट गईं।
यात्रियों की चीख-पुकार मच गई। टक्कर की तेज आवाज सुनकर इलाकाई लोग दौड़ पड़े। पुलिस भी पहुंच गई। इस बीच पास स्थित एयरफोर्स स्टेशन का साइरन बजा और वायुसैनिक घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। गोरखा भर्ती डिपो के जवान भी पहुंच गए और तत्काल बचाव कार्य शुरू किया। सबसे बाद में रेलवे की टीम पहुंची। कृषक एक्सप्रेस से वाराणसी से आ रहे गोरखपुर शहर के कारोबारी भीष्म चौधरी ने बताया कि नन्दानगर क्रॉसिंग के पास अचानक ट्रेन दो बार झटका खाई। बर्थ पर बैठे और लेटे यात्री नीचे गिर गए। तभी तेज धमाका हुआ। बाहर निकलने पर पता चला कि कृषक की बरौनी एक्सप्रेस से टक्कर हो गई है।
रेलवे ने जारी किये हेल्पलाइन नंबर
डीएम रंजन कुमार को नंदानगर रेलवे क्रॉसिंग पर दो ट्रेनों के बीच हुई टक्कर की जानकारी मिली, तो वे अपने सहयोगी अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए। राहत और बचाव कार्य में उन्होंने अधिकारियों और कर्मचारियों को लगा दिया। उन्होंने तत्काल हेल्प लाइन नम्बर 0551-2201796 जारी कर दिया। उन्होंने कहा कि रेल हादसे सम्बंधित कोई भी सूचना इस नम्बर पर दी जा सकती है। इस नम्बर से लोग घटना के बारे में जानकारी भी कर सकेंगे।
खटाक की आवाज के साथ मचा कोहराम
वाराणसी से गोरखपुर आ रहे पादरी बाजार के मानस विहार निवासी मोहित कृषक एक्सप्रेस के एसी कोच में सवार थे। उनका कहना है कि वे सो रहे थे। अचानक खटाक की आवाज हुई। झटका लगा। कुछ यात्री बर्थ से गिर गए। वे लोग कोच से निकले तो मंजर देख कलेजा दहल उठा। सामने तीन बोगियां पलटी थीं। बुरी तरह क्षतिग्रस्त बोगियों में चीख-पुकार मची थी। कई यात्री बोगियों के नीचे बुरी तरह पिस गए थे। कुछ ही देर में आसपास के लोग जुट गए। दोनों ट्रेनों के यात्री भी निकल गए और बचाव कार्य में जुट गए। करीब 10 मिनट में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। अंधेरे में दिक्कत के बावजूद पब्लिक और पुलिस बचाव कार्य में जुट गए।
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