रविवार, 28 सितंबर 2014

बाड़मेर सिवाना में दुर्गादास स्मारक बनाने का निर्णय


बाड़मेर सिवाना में दुर्गादास स्मारक बनाने का निर्णय

सिवाना


उपखंड क्षेत्र में छप्पन की पर्वत मालाओं में स्थित प्राचीन ऐतिहासिक धरोहर सिवाना दुर्ग वीर दुर्गादास की वीरता उनके संघर्ष त्याग की प्रतीक पीपलून सरहद में स्थित वीर दुर्गादास की पोल अन्य स्मारक के संरक्षण को लेकर प्रणोनिति प्राधिकरण अध्यक्ष आेंकारसिंह लखावत से मांग की। शनिवार को लखावत ने डाक बंगले में बैठक आयोजित कर दुर्गादास का स्मारक बनाने के लिए स्थानीय विधायक हमीरसिंह भायल, साहित्यकार जीवराज शर्मा, एसडीएम गोमती शर्मा, तहसीलदार प्रकाशचंद्र अग्रवाल ग्रामीणों से सुझाव मांगे। बैठक में वीर दुर्गादास का स्मारक कस्बे में बनाने का निर्णय लिया। लखावत ने स्मारक बनवाने एवं क्षेत्र की ऐतिहासिक प्राचीन धरोहरों का संरक्षण करने के लिए जल्द ही कार्य योजना बनाकर अमल में लाने का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि प्राचीन ऐतिहासिक धरोहरों का संरक्षण करने के लिए जल्द ही कार्य योजना बनाकर अमल में लाने का भरोसा दिया। बैठक में लखावत ने कहा कि प्राचीन ऐतिहासिक धरोहरें हमारी सभ्यता शौर्य वीरता का प्रतीक है। इनके संरक्षण के लिए जहां एक ओर सरकार लगातार प्रयास कर रही है। वहीं इनके रखरखाव स्वच्छता के लिए ग्रामीणों के सहयोग की जरूरत है। सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल ने कहा कि ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण के लिए सरकारी प्रयासों के साथ-साथ जन सहभागिता अतिआवश्यक है।

प्राचीनधरोहरों का किया अवलोकन
बैठकके बाद ओंकारसिंह लखावत ने सिवाना विधायक हमीरसिंह भायल, एसडीएम, तहसीलदार ग्रामीणों के साथ वीर दुर्गादास स्मारक बनाने के लिए स्थान चयन को लेकर कस्बे के प्राचीन दुर्ग का अवलोकन किया। दुर्ग में प्रवेश करते ही वहां गंदगी नज़र आने पर लखावत ने दुर्ग के चौकीदार को फटकार लगाई और सफाई करने बबूल की झाडिय़ां कटवाने के निर्देश दिए। तत्पश्चात वीर दुर्गादास के ऐतिहासिक प्रसंग से जुड़े कस्बे से सात किमी दूर पीपलून गांव सरहद में स्थित स्मारकों का अवलोकन किया। पीपलून पहुुंचने पर ढोल-नगाड़ों के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया।
पहलेकाम बाद में पहनूंगा माला-साफा!
आेंकारसिंहलखावत के सिवाना आगमन पर स्थानीय भाजपा कार्यालय में कार्यकर्ताओं ग्रामीणों की ओर से एवं पीपलून में ग्रामीणों की ओर से साफा माल्यार्पण किए जाने पर लखावत ने साफा माला पहनने से इनकार करते हुए कहा कि आपकी ओर से कार्य करवाने की मांग मुझसे की है। पहले उसे पूरा करुंगा उसके बाद साफा माला पहनूंगा। इस मौके पर भाजपा मंडल महामंत्री महेंद्र छाजेड़, भाजयुमो मंडल अध्यक्ष सोहनसिंह भायल, कोजसिंह पीपलून, जोगाराम माली, अनोपसिंह गोलिया, भाजयुमो नगर अध्यक्ष राजेश जोशी, ललित शास्त्री, बाबूसिंह इंद्राणा भावानीसिंह चौहान आदि मौजूद थे।

राजस्वरिकॉर्ड में ही नहीं सिवाना का दुर्ग!

बालोतरा. सिवानाका ऐतिहासिक दुर्ग राजस्व रिकॉर्ड में ही नहीं है। यह सुनने में चौकाने वाला जरूर लगे, मगर सही है। करीब एक हजार वर्ष पुराना यह ऐतिहासिक दुर्ग अपने आप में कई वीरता शौर्य की गाथाएं समेटे हैं, मगर राजस्व महकमा यहां केवल गेर मुमकिन पहाड़ ही दर्शा रहा है। जब यह बात प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकारसिंह लखावत को पता चली तो वे चकित रह गए। उन्होंने पटवारी को निर्देश दिए और आश्वासन दिया कि शीघ्र ही दुर्ग को राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज करवाएंगे।

उल्लेखनीय है कि सेटलमेंट के समय यह चूक हुई। लापरवाह अधिकारियों-कर्मचारियों ने यहां दुर्ग होना दर्ज ही नहीं किया, जबकि पूरे क्षेत्र को गेर मुमकिन पहाड़ी ही दर्शा दिया। शनिवार को जब प्राधिकरण अध्यक्ष लखावत सिवाना दुर्ग का अवलोकन कर रहे थे तो उन्होंने पटवारी से रिकॉर्ड मांगा तो इस बात का खुलासा हुआ। उन्होंने एसडीएम तहसीलदार से बात कर रिकॉर्ड दुरस्त करवाने के निर्देश दिए।

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