पटना। बिहार के चंपारन गांव के यह चार नाबालिग अब शायद ही जिंदगी में कभी किसी लड़की से बात भी करें आखिर इन्हें लड़कियों से केवल बात करने की ही इतनी भयावह सजा जो मिल है। 14 से 16 साल की उम्र के इन नाबालिगों को पास ही बखरी गांव की लड़कियों से बात करते हुए देखे जाने पर न सिर्फ बुरी तरह पीटा गया बल्कि इनका आधा सिर मुंडवा कर कपड़े उतार कर पूरे गांव में घुमाया गया औश्र फिर पेड़ से बांध दिया गया।
पिपरा पुलिस्ट स्टेशन में रविवार को दोनों पक्षों की तरफ से केस दर्ज करवाया गया है। यह नाबालिग हरदियाबाग गांव से पड़ोसी गांव बखरी आए थे और लड़कियों से बात कर रहे थे। गांव के कुछ बुजुर्गो ने इन लड़कों को पकड़ा और इन्हें पीटना शुरू कर दिया। फिर इनके आधे सिर मुंडवा दिए गए और कपड़े उतरवा कर गांव में घुमाया गया।
पिपरा पुलिस्ट स्टेशन में रविवार को दोनों पक्षों की तरफ से केस दर्ज करवाया गया है। यह नाबालिग हरदियाबाग गांव से पड़ोसी गांव बखरी आए थे और लड़कियों से बात कर रहे थे। गांव के कुछ बुजुर्गो ने इन लड़कों को पकड़ा और इन्हें पीटना शुरू कर दिया। फिर इनके आधे सिर मुंडवा दिए गए और कपड़े उतरवा कर गांव में घुमाया गया।
यह चारों नाबालिग गिड़गिड़ाते रहे कि वे गांव के ग्रामीण बैंक आए थे, लेकिन उनकी किसी ने एक न सुनी। इसके बाद उन्हे रातभर पेड़ से बांध कर रखा गया। यह तो शनिवार सुबह पिपरा पुलिस ने इन्हें आकर छुड़वाया। चारो लड़कों के परिजनों ने पिपरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की थी कि शुक्रवार रात को बच्चे घर नहीं पहुंचे हैं।
पिपरा पुलिस स्टेशन इंचार्ज शशिभूषण कुमार ने कहा, "हमने चारों लड़कों को बचाया और उन्हें पुलिस स्टेशन लाए। हमें उनके शरीर पर चोटों के निशान मिले हैं और उनके सिर भी आधे मुंडे हुए थे। इसके साथ ही उनके शरीर पर पेड़ से बांधे जाने के भी निशान मिले हैं, लेकिन हमारे पास दोनों पक्षों ने केस दर्ज करवाया है। हम पूरा मामला जानने के लिए दोनों पक्षों की बात सुनेंगे।" खबर लिखे जाने तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई थी।
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