डूंगरपुर। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने मंगलवार को डूंगरपुर के सागवाड़ा कस्बे में महिपाल माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में जनसुनवाई की।
इस दौरान भीड़ को देखकर उन्होंने कहा कि यह समस्याओं की जनसुनवाई है। इसमें इतनी भीड़ का आना बताता है कि जनता के काम नहीं हो रहे हैं।
राजे ने 15 मिनट के संक्षिप्त उद्बोधन में सरकारी अफसरों को सेवा का पाठ पढ़ाया। इससे पूर्व डूंगरपुर से सागवाड़ा तक की 45 किमी की दूरी तय करने में राजे को चार घंटे लग गए। मुख्यमंत्री ने मुख्य सड़क से इतर, भीतरी गांवों में पहुंच कर निरीक्षण किया और सरकारी तंत्र की खामियों को पकड़ा।
जनता के साथ मजाक बंद करो
जनसुनवाई में राजे ने कहा कि बरसों से नेता और कार्मिक खुद को जनता का सेवक कहते आ रहे हैं। "अरे भाई, अब जनता से ऎसा मजाक बंद करो और सचमुच सेवा करके दिखाओ।"
कलक्टर से लेकर आम कर्मचारी तक को अपनी जिम्मेदारी समझने की नसीहत देते हुए कहा कि "नामांतरण खोलने जैसे छोटे काम के लिए तो मुख्यमंत्री के आने का इंतजार नहीं होना चाहिए।"
इंदिरा आवास में ट्यूबवेल
डूंगरपुर के धरतीमाता आंगनवाड़ी केंद्र में एक ट्यूबवेल से पानी उपलब्ध कराने की जानकारी पर मुख्यमंत्री खेतों के बीच से होकर वहां पहुंची। वहां इंदिरा आवास योजना में बने कमरे में ट्यूबवेल लगा था।
मकान मालिक ने बताया कि वह घर के सिंगल फेज कनेक्शन से ट्यूबवेल चलाता है। यह देख मुख्यमंत्री ने आवास स्वीकृत करने वाले कार्मिकों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
राजे लोलकपुर गांव में आदिवासियों के टापरों में पहुंची तो वे खुशी छिपा नहीं सके। इसी गांव के मां-बाड़ी शिक्षा केंद्र पर बच्चों से पाठ पढ़वाया। पहाड़े पूछे और टॉफियां बांटी।
इस दौरान भीड़ को देखकर उन्होंने कहा कि यह समस्याओं की जनसुनवाई है। इसमें इतनी भीड़ का आना बताता है कि जनता के काम नहीं हो रहे हैं।
राजे ने 15 मिनट के संक्षिप्त उद्बोधन में सरकारी अफसरों को सेवा का पाठ पढ़ाया। इससे पूर्व डूंगरपुर से सागवाड़ा तक की 45 किमी की दूरी तय करने में राजे को चार घंटे लग गए। मुख्यमंत्री ने मुख्य सड़क से इतर, भीतरी गांवों में पहुंच कर निरीक्षण किया और सरकारी तंत्र की खामियों को पकड़ा।
जनता के साथ मजाक बंद करो
जनसुनवाई में राजे ने कहा कि बरसों से नेता और कार्मिक खुद को जनता का सेवक कहते आ रहे हैं। "अरे भाई, अब जनता से ऎसा मजाक बंद करो और सचमुच सेवा करके दिखाओ।"
कलक्टर से लेकर आम कर्मचारी तक को अपनी जिम्मेदारी समझने की नसीहत देते हुए कहा कि "नामांतरण खोलने जैसे छोटे काम के लिए तो मुख्यमंत्री के आने का इंतजार नहीं होना चाहिए।"
इंदिरा आवास में ट्यूबवेल
डूंगरपुर के धरतीमाता आंगनवाड़ी केंद्र में एक ट्यूबवेल से पानी उपलब्ध कराने की जानकारी पर मुख्यमंत्री खेतों के बीच से होकर वहां पहुंची। वहां इंदिरा आवास योजना में बने कमरे में ट्यूबवेल लगा था।
मकान मालिक ने बताया कि वह घर के सिंगल फेज कनेक्शन से ट्यूबवेल चलाता है। यह देख मुख्यमंत्री ने आवास स्वीकृत करने वाले कार्मिकों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए।
राजे लोलकपुर गांव में आदिवासियों के टापरों में पहुंची तो वे खुशी छिपा नहीं सके। इसी गांव के मां-बाड़ी शिक्षा केंद्र पर बच्चों से पाठ पढ़वाया। पहाड़े पूछे और टॉफियां बांटी।
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