जयपुर। भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जयपुर विकास प्राधिकरण (जेडीए) के जोन 10 में पदस्थ लेखाकार कमलेश शर्मा को 1500 रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
ब्यूरो की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी सोनू वर्मा ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पिता के नाम पालडी मीणा में एक भूखण्ड था जो जेडीए द्वारा निरस्त कर दिया गया था। इस भूखण्ड को पुन: प्राप्त करने हेतु पत्रावली चलाने की एवज में कमलेश ने 2500 रूपए की रिश्वत मांगी थी, आखिर मामला 1500 रूपए में तय हुआ।
श्रीवास्तव ने बताया कि ब्यूरो की विशेष इकाई ने शिकायत के सत्यापन के बाद बुधवार को कार्रवाई कर कमलेश को परिवादी से 1500 रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
रिश्वत लेते एएसआई रामचन्द्र ओला गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने झुंझुनूं जिले के नवलगढ थाने में तैनात सहायक उपनिरीक्षक रामचन्द्र ओला को दो हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। परिवादी सुभाष ने ब्यूरो की चौकी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके बड़े भाई ने मारपीट का मामला थाने में दर्ज करवाया था जिसकी तफ्तीश रामचन्द्र ओला के पास थी। रामचन्द्र ने परिवादी सुभाष की पत्नी का नाम मामले से हटाने एवं मदद करने की एवज में 5 हजार रूपए रिश्वत मांगी थी।
सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर ब्यूरो के दल ने कार्रवाई कर रामचन्द्र ओला को परिवादी से दो हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। रामचन्द्र ओला ने एक हजार रूपए जमानत के समय तथा एक हजार रूपए सत्यापन के समय ले लिए थे।
ब्यूरो की महानिरीक्षक स्मिता श्रीवास्तव ने बताया कि परिवादी सोनू वर्मा ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके पिता के नाम पालडी मीणा में एक भूखण्ड था जो जेडीए द्वारा निरस्त कर दिया गया था। इस भूखण्ड को पुन: प्राप्त करने हेतु पत्रावली चलाने की एवज में कमलेश ने 2500 रूपए की रिश्वत मांगी थी, आखिर मामला 1500 रूपए में तय हुआ।
श्रीवास्तव ने बताया कि ब्यूरो की विशेष इकाई ने शिकायत के सत्यापन के बाद बुधवार को कार्रवाई कर कमलेश को परिवादी से 1500 रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। ब्यूरो ने उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है।
रिश्वत लेते एएसआई रामचन्द्र ओला गिरफ्तार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने झुंझुनूं जिले के नवलगढ थाने में तैनात सहायक उपनिरीक्षक रामचन्द्र ओला को दो हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है। परिवादी सुभाष ने ब्यूरो की चौकी में शिकायत दर्ज करवाई थी कि उसके बड़े भाई ने मारपीट का मामला थाने में दर्ज करवाया था जिसकी तफ्तीश रामचन्द्र ओला के पास थी। रामचन्द्र ने परिवादी सुभाष की पत्नी का नाम मामले से हटाने एवं मदद करने की एवज में 5 हजार रूपए रिश्वत मांगी थी।
सत्यापन में शिकायत सही पाए जाने पर ब्यूरो के दल ने कार्रवाई कर रामचन्द्र ओला को परिवादी से दो हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। रामचन्द्र ओला ने एक हजार रूपए जमानत के समय तथा एक हजार रूपए सत्यापन के समय ले लिए थे।
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