बुधवार, 6 अगस्त 2014

सऊदी अरब की बहू नहीं बन सकेंगी पाकिस्तानी युवतियां

रियाद। सऊदी अरब में पुरूषों के लिए एक सख्त फरमान जारी कर दिया गया है। इस फरमान में साफ कहा गया है कि सऊदी अरब के पुरूष पाकिस्तानी युवती या महिला से शादी या निकाह नहीं कर सकते।

Saudi arabia bans its men from marrying Pakistani women\\


ऎसा करने पर उन्हें बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। सिर्फ पाकिस्तान ही नहीं बांग्लादेश, चाड और म्यांमार की लड़कियां भी पाकिस्तान में अब शादी नहीं कर सकतीं।

यह जानकारी वहां के पुलिस अधिकारी असफ अल-कुरैशी ने दी है। उन्होंने कहा कि खाड़ी के देश नहीं चाहते कि यहां के युवक किसी प्रवासी लड़की से शादी करें।

यह फरमान इसलिए ही जारी किया गया। पुरूषों के लिए जारी किए गए इस फरमान के सामने आने के बाद वहां विवाद छिड़ा हुआ है। बड़ी संख्या में लोग इस तुगलती फरमान का विरोध भी कर रहे हैं।

लेकिन गल्फ देशों के किसी भी नागरिक या समूह का विरोध अभी तक खुलकर सामने नहीं आ सका है।

खास बात यह कि जिन देशों की युवतियों से शादी करने पर प्रतिबंध लगाया गया है वहां की लगभग पांच लाख महिलाएं सऊदी अरब में रहती हैं।

डान ऑनलाइन के मुताबिक विदेशियों से शादी की अनुमति संबंधी जानकारी जारी करने से पहले अतिरिक्त औपचारिकताओं के बारे में भी वहां के लोगों को सूचित कर दिया गया है।

विदेशी लड़की से शादी करने के लिए सऊदी अरब में विशेष नियम भी जारी कर दिए गए हैं।

नियमों में शामिल है कि "यदि आवेदक पहले से शादी-शुदा है, तो उसे अस्पताल की एक रिपोर्ट सौंपनी होगी, जिसमें उसे सिद्ध करना होगा कि उसकी पत्नी विकलांग है या किसी गंभीर बीमारी से पीडित है या वह बांझ है।"

गौर करने वाली बात यह भी है कि सऊदी अरब की सरकार ने ऎसे किसी फरमान के बारे में अधिकारिक घोषणा नहीं की है।

आपको बता दें कि सऊदी अरब में 90 लाख प्रवासी कामगार रहते हैं। प्रवासियों की यह संख्या सऊदी अरब के कुल आबादी की 30 प्रतिशत जनसंख्या है।

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