इस्लामाबाद। क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस 14 अगस्त को सरकार के खिलाफ लाहौर से इस्लामाबाद तक आजाद मार्च करेंगे। इस मार्च में इमरान खान लगभग 60 हजार लोगों के आने की उम्मीद कर रहे है। रैली का लेकर पाकिस्तान सरकार के एक मंत्री ने दावा किया है कि नवाज शरीफ सरकार को गिराने के लिए खुफिया एजेंसी आईएसआई के पूर्व मुखिया इमरान खान की मदद कर रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शुजा पाशा सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के रणनीतिक सलाहकार हैं। इन प्रदर्शनों के चलते इस्लामाबाद में तनाव की स्थिति है। राजधानी के संवेदनशील इलाकों जैसे राष्ट्रीय संसद, राष्ट्रपति भवन के आसपास सैनिक तैनात कर दिए हैं ताकि प्रदर्शक इनमें प्रवेश न कर पाए। विपक्षी पार्टी तहरीक ए इंसाफ के अध्यक्ष इमरान खान को मार्च के दौरान 60 हजार लोगों के आने की उम्मीद है जबकि धार्मिक नेता तहिरूल कादरी के 50 हजार समर्थकों को भी बुलाया गया है। इमरान खान का दावा है कि 2013 के चुनावों में कम से कम 35 सीटों पर खुलेआम वोटों में गड़बड़ी की गई। उन्होंने आरोप लगाया कि अतिरिक्त मतपत्र छपवाए गए और इस षड़यंत्र में वरिष्ठ जज, अधिकारी और चुनाव अधिकारी शामिल थे। उन्होेने इन सीटों पर पुनर्मतगणना की मांग की थी लेकिन शरीफ ने केवल 10 सीटों पर ही ऎसा करने की अनुमति दी। इन चुनावों में शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग(एन) ने 86 सीटें जीती थी। माना जा रहा है कि इन विवादों पर इमरान खान से बातचीत के लिए शरीफ जल्द ही अंतिम कोशिश कर सकते हैं। हालांकि इमरान खान उनके प्रस्तावों को खारिज कर चुके हैं और गुरूवार को अपने मार्च से पहले किसी तरह की वार्ता नहीं करेंगे।
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