हापुड़। आधुनिक युग में हमारा मुल्क जहां रोज नई उपलब्धियां हांसिल कर रहा है वहीं, इसी देश में कुछ ऎसे भी इलाके हैं जहा कुछ नहीं बदला।
पुरानी रवायतें ज्यों की त्यों चली आ रही हैं। पुराने भारत की बात करें और पंचायतों के फरमान का जिक्र न हो ऎसा हो ही नहीं सकता।
भारत में अभी भी कई ऎसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां आज भी पंचायत का आदेश सर्वोपरी माना जाता है। पंचायत ने जो आदेश कर दिया वो पत्थर की लकीर बन जाता है।
पंचायत के फरमान का एक चौंका देने वाला किस्सा उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में सामने आया है।
शादी के बाद इश्क से खड़ा हुआ बवाल
हापुड़ से सटे बाबूगढ़ क्षेत्र के एक युवक की तकरीब छह साल पहले मेरठ की रहने वाली युवती से शादी हुई थी।
शादी के कुछ दिन बाद तक दोनों में प्यार बना रहा। कुछ दिन बाद ही दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए। मियां और बीवा एक दूसरे को नापसंद करने लगे।
रोजाना दोनों में झगड़ा होने लगा। पति से मन हटने के बाद युवती गांव के ही एक युवक से करीबी बनाने लगी। दोनों के बीच करीबी इस कदर बढ़ी की दोनों ने भागकर शादी का फैसला कर लिया।
गौर करने वाली बात यह कि युवक भी शादीशुदा था। दोनों एक माह पहले गांव छोड़कर भाग निकले। काफी खोजबीन के बाद जब दोनों की सुध लगी तो मामला और पेचीदा होता गया।
पुलिस की नींद टूटती तो न बिगड़ते हालात
पत्नी के प्रेमी संग भागने के बाद पीडित पति ने पुलिस से मदद मांगी थी।
तब पुलिस ने दुखियारे पति को फटकार कर भगा दिया था। उस वक्त पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो हालात इतन न बिगड़े होते।
ऎसे हुई पंचायत की इंट्री
पत्नी के छल से दुकी पति को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। तब उसने गांव के कुछ बड़े बुजुर्ग से राय-मशविरा किया।
युवक को लोगों ने गांव की पंचायत की शरण में जाने का रास्ता सुझाया। कुछ भी ठीक नहीं हो रहा था। युवक पंचायत के पंचों के पास पहुंचा। पंचों ने काफी सोचने के बाद फैसला लिया।
पत्नी के बदले मिली प्रेमी की पत्नी
हुक्का गुड़गड़ते पंचों ने जो फरमान सुनाया उसके बारे में सपने में भी नहीं सोच सकते है। पीडित पति को इंसाफ देने के लिए पंचायत ने फैसला सुनाया कि वो अब अपनी भागी पत्नी के प्रेमी की पत्नी के साथ रहेगा।
इतना ही नहीं दोषी प्रेमी को पीडित युवक को 10 हजार रूपये जुर्माने के तौर पर भी देने पड़ेंगे। फरमान सुनकर सभी चौंक गए।
पीडित भी पंचायत के आदेश से परेशान है। वो परेशान है कि भागी पत्नी उसके पांच साल के बेटे को भी साथ ले गई है। पंचायत का फरमान आग की तरह फैलने लगा तो पुलिस की नींद टूटी।
एसपी आरपी पांडेय ने कहा है पंचायत व पंचायत का फरमान बेबुनियाद है इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुरानी रवायतें ज्यों की त्यों चली आ रही हैं। पुराने भारत की बात करें और पंचायतों के फरमान का जिक्र न हो ऎसा हो ही नहीं सकता।
भारत में अभी भी कई ऎसे ग्रामीण क्षेत्र हैं जहां आज भी पंचायत का आदेश सर्वोपरी माना जाता है। पंचायत ने जो आदेश कर दिया वो पत्थर की लकीर बन जाता है।
पंचायत के फरमान का एक चौंका देने वाला किस्सा उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में सामने आया है।
शादी के बाद इश्क से खड़ा हुआ बवाल
हापुड़ से सटे बाबूगढ़ क्षेत्र के एक युवक की तकरीब छह साल पहले मेरठ की रहने वाली युवती से शादी हुई थी।
शादी के कुछ दिन बाद तक दोनों में प्यार बना रहा। कुछ दिन बाद ही दोनों के बीच मतभेद शुरू हो गए। मियां और बीवा एक दूसरे को नापसंद करने लगे।
रोजाना दोनों में झगड़ा होने लगा। पति से मन हटने के बाद युवती गांव के ही एक युवक से करीबी बनाने लगी। दोनों के बीच करीबी इस कदर बढ़ी की दोनों ने भागकर शादी का फैसला कर लिया।
गौर करने वाली बात यह कि युवक भी शादीशुदा था। दोनों एक माह पहले गांव छोड़कर भाग निकले। काफी खोजबीन के बाद जब दोनों की सुध लगी तो मामला और पेचीदा होता गया।
पुलिस की नींद टूटती तो न बिगड़ते हालात
पत्नी के प्रेमी संग भागने के बाद पीडित पति ने पुलिस से मदद मांगी थी।
तब पुलिस ने दुखियारे पति को फटकार कर भगा दिया था। उस वक्त पुलिस ने मामले को गंभीरता से लिया होता तो हालात इतन न बिगड़े होते।
ऎसे हुई पंचायत की इंट्री
पत्नी के छल से दुकी पति को कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। तब उसने गांव के कुछ बड़े बुजुर्ग से राय-मशविरा किया।
युवक को लोगों ने गांव की पंचायत की शरण में जाने का रास्ता सुझाया। कुछ भी ठीक नहीं हो रहा था। युवक पंचायत के पंचों के पास पहुंचा। पंचों ने काफी सोचने के बाद फैसला लिया।
पत्नी के बदले मिली प्रेमी की पत्नी
हुक्का गुड़गड़ते पंचों ने जो फरमान सुनाया उसके बारे में सपने में भी नहीं सोच सकते है। पीडित पति को इंसाफ देने के लिए पंचायत ने फैसला सुनाया कि वो अब अपनी भागी पत्नी के प्रेमी की पत्नी के साथ रहेगा।
इतना ही नहीं दोषी प्रेमी को पीडित युवक को 10 हजार रूपये जुर्माने के तौर पर भी देने पड़ेंगे। फरमान सुनकर सभी चौंक गए।
पीडित भी पंचायत के आदेश से परेशान है। वो परेशान है कि भागी पत्नी उसके पांच साल के बेटे को भी साथ ले गई है। पंचायत का फरमान आग की तरह फैलने लगा तो पुलिस की नींद टूटी।
एसपी आरपी पांडेय ने कहा है पंचायत व पंचायत का फरमान बेबुनियाद है इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें