सोमवार, 25 अगस्त 2014

बाड़मेर में जातिवाद का जहर फैला,जिला प्रशासन ने दो दिन महाविद्यालय बंद रखने का किया फैसला

बाड़मेर छात्र राजनीती के कारन बाड़मेर में जातिवाद का जहर फैला 

जिला प्रशासन ने दो दिन महाविद्यालय बंद रखने का किया फैसला 


बाड़मेर दो दिन पूर्व सम्पन हुए छात्र संघ चुनावो के बाद से बाड़मेर शहर जातिवाद की लपटों में  आ गया। छात्र संघ चुनाव परिणाम के बाद विजयी छात्रों के जुलुस के दौरान हुड़दंगी छात्रों को तितर बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा जिसको बाड़मेर के सत्ताधारी जान प्रतिनिधियों ने नाक का सवाल बना छात्रों को उत्पात के लिए उकसाया। पुलिस पर पत्थर बाज़ी भी की छात्रों ने। पुलिसकर्मियों पर हमला भी हुआ। जिसमे पुलिसकर्मी घायल हुए। क्षेत्रीय सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने विजयी गट के छात्रों की अगुवाई करते हुए जिला पुलिस अधीक्षक और कोतवाली थाना अधिकारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। इन अधिकारियो को हटाने के लिए संघरश का एलान किया जिसका नतीजा यह हुआ की सोमवार को महाविद्यालय में दो गुटों के बीच तीखी झड़प होने के बाद पत्थरबाजी भी हो गयी ,बढ़ाते तनाव को देख जिला पुलिस और प्रशासन ने शहर और महाविद्यालय में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध कर जगह जगह पुलिस बल तैनात कर दिया। शहर और महाविद्यालय में शांति बहाली के लिए जिला प्रशासन ने महाविद्यालय में अगले दो दिन तक तालाबंदी का ऐलान कर दिया। 

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