बेंगलुरू । एक युवक ने एक व्यक्ति से 25 लाख रूपए कर्ज लिए थे, उसके बार-बार कहने पर भी वह पैसे नहीं लौटा रहा था। इससे नाराज देनदार व्यक्ति अपने तीन साथियों के साथ मिलकर उस कर्जदार का अपहरण कर लिया।
उसके बाद वे उसे एक साथी के मकान पर ले गए और नींद की कई सारी गोलियां खिला दी। उसके अचेत होने पर उन लोगों ने कर्जदार का अंडकोष काटकर निकाल लिया।
उसके बाद उन लोगों ने पीडित युवक को एक अस्पताल में भर्ती करा दिया और फरार हो गए। जब वह होश में आया तो अपने साथ घटी वारदात से सहम गया। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना पश्चिम बेंगलुरू की है।
रूपयों के लिए हैवानियत
40 वर्षीय गंगादासप्पा उर्फ दासप्पा विस्वेस्वर्या का रहने वाला है और हीरोहल्ली ग्रामपंचायत का सदस्य है। नानजुंदा ने दासप्पा को 25 लाख रूपए दिए थे। इसक ो लेकर दोनों में विवाद चल रहा था, दासप्पा ने रूपए देने से इनकार कर दिया था।
दासप्पा ने बताया कि वह 4 अगस्त की शाम को मगादी जा रहा था। जब वह मगादी बस स्टेशन पर पहुंचा तो उसके कुछ मिनट बाद ही नानजुंदा तीन लोगों के साथ वहां पहुंचा और रूपए मांगने लगा। वह तत्काल 25 लाख रूपए या फिर ब्लैंक चेक देने को बोला। लेकिन दासप्पा ने इनकार कर दिया।
दोनों के बीच इस बात पर नोकझोक शुरू हो गई तब तक वहां पुलिस आ गई और दोनों को थाने ले गई। जब पुलिस को कहानी पता चली तो उन्होंने आपस में मामले को निपटाने को कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
दासप्पा जैसे ही थाने से निकाला नानजुंदा ने जबरदस्ती उसे अपनी कार में बैठाकर अपने एक साथी के घर ले गया। वहां नानजुंदा और उसके साथी ने जबरदस्ती उसके मुंह में नीद की गोलियां खिला दी।
अगले दिन जब दासप्पा जगा तो दर्द से चिल्लाने लगा। उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। उसकी मौत न हो जाए, इससे डरकर उन लोगों ने उसे किम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया।
डॉक्टरों ने बताया कि दासप्पा का ऑपरेशन किया गया है, उसके दोनों अंडकोष निकाल दिए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि वे नानजुंदा समेत चार आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दासप्पा और नानजुंदा के बीच रूपयों को लेकर विवाद था।
उसके बाद वे उसे एक साथी के मकान पर ले गए और नींद की कई सारी गोलियां खिला दी। उसके अचेत होने पर उन लोगों ने कर्जदार का अंडकोष काटकर निकाल लिया।
उसके बाद उन लोगों ने पीडित युवक को एक अस्पताल में भर्ती करा दिया और फरार हो गए। जब वह होश में आया तो अपने साथ घटी वारदात से सहम गया। उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है। यह घटना पश्चिम बेंगलुरू की है।
रूपयों के लिए हैवानियत
40 वर्षीय गंगादासप्पा उर्फ दासप्पा विस्वेस्वर्या का रहने वाला है और हीरोहल्ली ग्रामपंचायत का सदस्य है। नानजुंदा ने दासप्पा को 25 लाख रूपए दिए थे। इसक ो लेकर दोनों में विवाद चल रहा था, दासप्पा ने रूपए देने से इनकार कर दिया था।
दासप्पा ने बताया कि वह 4 अगस्त की शाम को मगादी जा रहा था। जब वह मगादी बस स्टेशन पर पहुंचा तो उसके कुछ मिनट बाद ही नानजुंदा तीन लोगों के साथ वहां पहुंचा और रूपए मांगने लगा। वह तत्काल 25 लाख रूपए या फिर ब्लैंक चेक देने को बोला। लेकिन दासप्पा ने इनकार कर दिया।
दोनों के बीच इस बात पर नोकझोक शुरू हो गई तब तक वहां पुलिस आ गई और दोनों को थाने ले गई। जब पुलिस को कहानी पता चली तो उन्होंने आपस में मामले को निपटाने को कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया।
दासप्पा जैसे ही थाने से निकाला नानजुंदा ने जबरदस्ती उसे अपनी कार में बैठाकर अपने एक साथी के घर ले गया। वहां नानजुंदा और उसके साथी ने जबरदस्ती उसके मुंह में नीद की गोलियां खिला दी।
अगले दिन जब दासप्पा जगा तो दर्द से चिल्लाने लगा। उसके प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था। उसकी मौत न हो जाए, इससे डरकर उन लोगों ने उसे किम्स अस्पताल में भर्ती करा दिया।
डॉक्टरों ने बताया कि दासप्पा का ऑपरेशन किया गया है, उसके दोनों अंडकोष निकाल दिए गए हैं।
पुलिस ने बताया कि वे नानजुंदा समेत चार आरोपियों की तलाश कर रहे हैं। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि दासप्पा और नानजुंदा के बीच रूपयों को लेकर विवाद था।
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