जयपुर । राजधानी जयपुर के नाहरगढ़ थाना इलाके में स्थित उनियारों के रास्ते में मंगलवार सवेरे करीब साढ़े दस बजे बम की सूचना मिलने से सनसनी फैल गई। जानकारी मिलने के बाद स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।
डीसीपी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि उनियारों का रास्ता में तीसरा चौराहे पर स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में सवेरे एक बॉलनुमा वस्तु मिली थी।
इसके चारों ओर एवं बीच में छर्रे और बारूद लगा था। बीच से ही कुछ वायर भी निकले हुए थे। साथ ही डेटोनेटर और टाइमर के लिए जगह भी थी। पुलिस टीम ने तुरंत डॉग स्क्वायड की टीम को मौके पर बुलाया और मामले की पड़ताल की।
डॉग स्क्वायड टीम ने संदिग्ध वस्तु को निरीक्षण कर अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आस-पास के घरों और पशु चिकित्सालय को खाली कराया। बीडीएस टीम ने जांच के बाद बम कोतवाली पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पुलिस इसे रखने वाले की तलाश में जुटी है।
मौके पर मिले छर्रे ठीक उसी तरह के हैं जो 2008 में राजधानी में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में काम में लिए गए थे। इसी को आधार मानते हुए पुलिस इस प्रकरण में ज्यादा जानकारी देने से बच रही है। घटनास्थल के नजदीक ही मंदिर होने के कारण मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने पूरी राजधानी में अलर्ट घोषित कर दिया है और प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और इस घटना के पीछे कौन लोग हैं इसकी पड़ताल शुरू कर दी गई है।
परिसर में जांच के दौरान एक बार हड़कंप का सा माहौल बन गया। लोगों में इस बात की दहशत फैल गई किबम निरोधक दस्ता यहां क्यों आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को मौके से हटाया और स्थिति को सामान्य दर्शाने का प्रयास किया। -
डीसीपी अशोक कुमार गुप्ता ने बताया कि उनियारों का रास्ता में तीसरा चौराहे पर स्थित पशु चिकित्सालय परिसर में सवेरे एक बॉलनुमा वस्तु मिली थी।
इसके चारों ओर एवं बीच में छर्रे और बारूद लगा था। बीच से ही कुछ वायर भी निकले हुए थे। साथ ही डेटोनेटर और टाइमर के लिए जगह भी थी। पुलिस टीम ने तुरंत डॉग स्क्वायड की टीम को मौके पर बुलाया और मामले की पड़ताल की।
डॉग स्क्वायड टीम ने संदिग्ध वस्तु को निरीक्षण कर अपने कब्जे में ले लिया। पुलिस ने एहतियात के तौर पर आस-पास के घरों और पशु चिकित्सालय को खाली कराया। बीडीएस टीम ने जांच के बाद बम कोतवाली पुलिस को सुपुर्द कर दिया। पुलिस इसे रखने वाले की तलाश में जुटी है।
मौके पर मिले छर्रे ठीक उसी तरह के हैं जो 2008 में राजधानी में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों में काम में लिए गए थे। इसी को आधार मानते हुए पुलिस इस प्रकरण में ज्यादा जानकारी देने से बच रही है। घटनास्थल के नजदीक ही मंदिर होने के कारण मामले की गंभीरता देखते हुए पुलिस ने पूरी राजधानी में अलर्ट घोषित कर दिया है और प्रमुख धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा कर दिया है और इस घटना के पीछे कौन लोग हैं इसकी पड़ताल शुरू कर दी गई है।
परिसर में जांच के दौरान एक बार हड़कंप का सा माहौल बन गया। लोगों में इस बात की दहशत फैल गई किबम निरोधक दस्ता यहां क्यों आया है। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए लोगों को मौके से हटाया और स्थिति को सामान्य दर्शाने का प्रयास किया। -
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