जोधपुर. जब कभी आसाराम को जेल से कोर्ट तक या अस्पताल तक लाया जाता है तो उनके पीछे भक्तों की लाइन लग जाती है। कभी जमींन पर लेट कर तो कोई घुटने के बल बैठकर उनकी रिहाई की दुआ करते दिखते हैं। नाबालिग छात्रा के यौन शोषण के आरोप में यहां सेंट्रल जेल में बंद आसाराम को गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बने मेडिकल बोर्ड ने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए एमडीएम अस्पताल बुलाया।
पांच सदस्यों के बोर्ड ने आसाराम से ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी के लिए अब तक के इलाज के बारे में जानकारी ली। साथ ही उपचार की फाइल अध्ययन करने के लिए अपने पास रख ली। बोर्ड का अध्यक्ष एमडीएमएच के अधीक्षक डॉ. दीपक वर्मा को बनाया है। बोर्ड के सदस्यों का कहना है कि उनसे कोर्ट ने केवल स्वास्थ्य परीक्षण के बारे में जानकारी मांगी है।
जैसे आसाराम अस्पताल पहुंचे उनके भक्तों का वहां पर जमावड़ा लग गया। कोई दूर से हाथ जोड़े खड़ा था तो कोई लेटकर उन्हें नमन कर रहा था। क्या महिलाएं, क्या बच्चे सभी के आंखों में आंसू बह रहे थे। ऐसे दृश्य पहले भी कई बार जोधपुर में देखने को मिल चुके हैं। अंतत: पुलिस ने आसाराम भक्तों को हटाने का प्रयास किया।
पांच सदस्यों के बोर्ड ने आसाराम से ट्राइजेमिनल न्यूरेल्जिया बीमारी के लिए अब तक के इलाज के बारे में जानकारी ली। साथ ही उपचार की फाइल अध्ययन करने के लिए अपने पास रख ली। बोर्ड का अध्यक्ष एमडीएमएच के अधीक्षक डॉ. दीपक वर्मा को बनाया है। बोर्ड के सदस्यों का कहना है कि उनसे कोर्ट ने केवल स्वास्थ्य परीक्षण के बारे में जानकारी मांगी है।
जैसे आसाराम अस्पताल पहुंचे उनके भक्तों का वहां पर जमावड़ा लग गया। कोई दूर से हाथ जोड़े खड़ा था तो कोई लेटकर उन्हें नमन कर रहा था। क्या महिलाएं, क्या बच्चे सभी के आंखों में आंसू बह रहे थे। ऐसे दृश्य पहले भी कई बार जोधपुर में देखने को मिल चुके हैं। अंतत: पुलिस ने आसाराम भक्तों को हटाने का प्रयास किया।
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