चिरांग। आसाम के चिरांग जिले में बोडो आतंकवादियों ने एक 16-वर्षीय लड़की को घर से जबरन घसीटकर बाहर निकाला, उसके साथ मारपीट की और उसके माता-पिता के सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकी संगठन नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड (सोंगबीजित) को संदेह था कि मृतक किशोरी प्रिया पुलिस के लिए मुखबिरी कर रही थी।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार पिछले सप्ताह हथियारबंद आतंकी भारत-भूटान सीमा पर स्थित गांव दि्वमग्री में जबरन प्रिया बासुमारी के घर में घुस आए। उन्होंने दिनदहाड़े प्रिया को जबरन घर से बाहर निकाला और बंदूक की नोंक पर उसके घरवालों को उसकी मौत देखने के लिए विवश किया। आतंकियों ने उस पर नौ गोलियां चलाई।
माना जा रहा है कि मृतक किशोरी की मृत्यु हाल ही में एक मुठभेड़ में मारे गए पांच आतंकवादियों की मौत का बदला लेने के लिए की गई थी। उन्होंने किशोरी पर पुलिस को सूचना देने का आरोप लगाया।
किशोरी की हत्या इतने भीषण ढंग से की गई थी कि उसके परिवार वालों ने 2 दिन तक उसकी लाश खुले में पड़े रहने दी। गौरतलब है कि इसी वर्ष जून माह में मेघालय में भी एक 35-वर्षीय महिला की भी एक अन्य आतंकी संगठन ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में हत्या कर दी थी। रिपोट्üस के अनुसार महिला के पांच बच्चों को उसके पति के साथ एक कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद महिला को प्रताडित किया गया और फिर सिर में गोली मार दी गई थी।
पुलिस सूत्रों से प्राप्त सूचना के अनुसार पिछले सप्ताह हथियारबंद आतंकी भारत-भूटान सीमा पर स्थित गांव दि्वमग्री में जबरन प्रिया बासुमारी के घर में घुस आए। उन्होंने दिनदहाड़े प्रिया को जबरन घर से बाहर निकाला और बंदूक की नोंक पर उसके घरवालों को उसकी मौत देखने के लिए विवश किया। आतंकियों ने उस पर नौ गोलियां चलाई।
माना जा रहा है कि मृतक किशोरी की मृत्यु हाल ही में एक मुठभेड़ में मारे गए पांच आतंकवादियों की मौत का बदला लेने के लिए की गई थी। उन्होंने किशोरी पर पुलिस को सूचना देने का आरोप लगाया।
किशोरी की हत्या इतने भीषण ढंग से की गई थी कि उसके परिवार वालों ने 2 दिन तक उसकी लाश खुले में पड़े रहने दी। गौरतलब है कि इसी वर्ष जून माह में मेघालय में भी एक 35-वर्षीय महिला की भी एक अन्य आतंकी संगठन ने पुलिस मुखबिर होने के संदेह में हत्या कर दी थी। रिपोट्üस के अनुसार महिला के पांच बच्चों को उसके पति के साथ एक कमरे में बंद कर दिया गया। इसके बाद महिला को प्रताडित किया गया और फिर सिर में गोली मार दी गई थी।
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