बाजारों में राखी व मिठाई दुकानों पर उमड़ी भीड़
पवित्र सावन माह का होगा समापन
शिवालयों में जलाभिषेक व रक्षा सूत्र बांधने के लिए उमड़ेगी भक्तों की भीड़
भाई-बहन के अनूठे प्रेम का त्योहार रक्षा बंधन रविवार को है. रविवार को ही पवित्र सावन माह का समापन हो जायेगा. इस दिन पहाड़ी मंदिर सहित अन्य शिवालयों में भगवान को जलाभिषेक करने व रक्षा सूत्र बांधने के लिए भीड़ उमड़ेगी.
बहन भगवान की पूजा-अर्चना करने के बाद घरों में भगवान को राखी समर्पित करेगी और अपने भाई की कलाई पर राखी बांधेगी. शनिवार की रात्रि 1.42 बजे पूर्णिमा लग गयी, जो रविवार की रात 12.08 बजे तक है. वहीं सोमवार से भादो माह शुरू हो जायेगा.
रविवार को दिन के 1. 21 बजे तक भद्रा है. रक्षा बंधन के दिन आयुष्मान योग भी है.
पंडित भीमलाल पाठक ने कहा कि सुबह से रक्षा बंधन किया जा सकता है. भद्रा में जहां राजकाज होता है, वहां रक्षा बंधन नहीं करने का विधान है. यहां प्रजातंत्र है, इसलिए रक्षा बंधन सुबह से किया जा सकता है. इस दिन गायत्री जयंती व संस्कृत दिवस भी मनाया जाता है. इस दिन गंगा नदी सहित अन्य नदियों में स्नान का भी महत्व है.
जिनसे भी आप रक्षा का संकल्प लेते है, उन्हें राखी बांधी जा सकती है. कई जगहों पर पत्नी भी अपने पति को राखती बांधती है, तो मिथिला सहित अन्य जगहों पर पंडित जी अपने यजमानों को राखी बांधते हैं.
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