जोधपुर।भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने फलोदी तहसील के सावरिया स्थित मरूधरा ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक को गुरूवार को सात हजार रूपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। ब्यूरो के कार्यवाहक उपमहानिरीक्षक व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नरपतसिंह के अनुसार सावरीज में खुडानिया की ढाणी निवासी रमेश पुत्र सुल्तानाराम विश्नोई, उसके पिता व माता के संयुक्त नाम से मरूधरा ग्रामीण बैंक में सीसी खाता है।
इसकी लिमिट साढ़े तीन लाख रूपए बढ़ाने के लिए उसने शाखा प्रबंधक अणदाराम सिंघाडिया से सम्पर्क किया। तब उन्होंने दो प्रतिशत के हिसाब से सात हजार रूपए की रिश्वत मांगी। जिसकी शिकायत रमेश ने ब्यूरो में की। गोपनीय सत्यापन करवाए जाने पर बैंक प्रबंधक द्वारा रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई। तब गुरूवार को बैंक के बाहर बरामदे में ब्यूरो के ग्रामीण एएसपी चन्द्रप्रकाश शर्मा व निरीक्षक अनिल शर्मा ने दो स्वतंत्र गवाहों के समक्ष शाखा प्रबंधक अणदाराम को सात हजार रूपए लेते गिरफ्तार किया।
पत्थर के नीचे रखवाई रिश्वत राशि
पीडित रमेश विश्नोई रिश्वत राशि देने के लिए जब बैंक पहुंचा तो बरामदे में ही बैंक प्रबंधक मिल गया। वह सात हजार रूपए देने लगा तो प्रबंधक अणदाराम ने राशि हाथ में लेने की बजाय एक पत्थर की तरफ इशारा कर उसके नीचे रखने को कहा। रमेश ने राशि पत्थर के नीचे रख दी। तभी इशारा मिलते ही एसीबी ने दबिश देकर प्रबंधक को पकड़ लिया। चूंकि लिखित शिकायत के बाद गोपनीय सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हो चुकी थी, इसलिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सीबीआई भी कर चुकी है गिरफ्तार
बैंक प्रबंधक अणदाराम पहली बार रिश्वत लेते पकड़ में नहीं आया है। सीबीआई ने वर्ष 1984 में बाड़मेर में पदस्थापन्न के दौरान उसे रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।
तीन भूखण्ड व 67 हजार रूपए मिले
एसीबी के निरीक्षक मोहम्मद हुसैन ने जोधपुर में परिहार नगर स्थित बैंक प्रबंधक के घर की तलाशी ली। वहां से 67 हजार रूपए, दस तोला सोने के आभूषण तथा मकान के अलावा दो भूखण्डों के कागजात मिले हैं।
पत्थर के नीचे रखवाई रिश्वत राशि
पीडित रमेश विश्नोई रिश्वत राशि देने के लिए जब बैंक पहुंचा तो बरामदे में ही बैंक प्रबंधक मिल गया। वह सात हजार रूपए देने लगा तो प्रबंधक अणदाराम ने राशि हाथ में लेने की बजाय एक पत्थर की तरफ इशारा कर उसके नीचे रखने को कहा। रमेश ने राशि पत्थर के नीचे रख दी। तभी इशारा मिलते ही एसीबी ने दबिश देकर प्रबंधक को पकड़ लिया। चूंकि लिखित शिकायत के बाद गोपनीय सत्यापन में रिश्वत मांगने की पुष्टि हो चुकी थी, इसलिए उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
सीबीआई भी कर चुकी है गिरफ्तार
बैंक प्रबंधक अणदाराम पहली बार रिश्वत लेते पकड़ में नहीं आया है। सीबीआई ने वर्ष 1984 में बाड़मेर में पदस्थापन्न के दौरान उसे रिश्वत लेते गिरफ्तार किया था।
तीन भूखण्ड व 67 हजार रूपए मिले
एसीबी के निरीक्षक मोहम्मद हुसैन ने जोधपुर में परिहार नगर स्थित बैंक प्रबंधक के घर की तलाशी ली। वहां से 67 हजार रूपए, दस तोला सोने के आभूषण तथा मकान के अलावा दो भूखण्डों के कागजात मिले हैं।
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