नई दिल्ली। साई पूजा पर विवादित बयान देने के बाद शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने साई पर एक और विवादित बयान दिया है।
शंकराचार्य ने कहा कि अगर लोग अयोग्य की पूजा करेंगे तो उल्टा फल ही मिलेगा। ये बात उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही।
शंकराचार्य ने कहा कि साई में ऎसी कोई योग्यता नहीं थी जिससे उनका अनुकरण किया जाए या फिर उनकी पूजा की जाए।
उन्होंने कहा कि सभी का आधार एक है लेकिन साई के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
साई पर विवादित बयान देने के बाद खड़े हुए बवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि मैंने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है जिस पर इतना हो हल्ला मचाया जाए। साधु संत उनके साथ समर्थन में है।
शंकराचार्य ने सरकारी विभागों में हिन्दी लागू करने पर मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा को लेकर मोदी के उठाए गए कदम को हमारा समर्थन है।
वहीं दिग्विजय सिंह से अपवने संबंधों पर शंकराचार्य ने कहा कि दिग्विजय सिंह मेरे चेले हैं ना कि मैं उनका चेला हूं।
गौरतलब है कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शिरड़ी साई बाबा की पूजा को उचित नहीं ठहराया था।
उन्होंने साई को भगवान मानने से इंकार करते हुए कहा था कि लोगों को साई की पूजा नहीं करनी चाहिए।
शंकराचार्य ने कहा कि अगर लोग अयोग्य की पूजा करेंगे तो उल्टा फल ही मिलेगा। ये बात उन्होंने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कही।
शंकराचार्य ने कहा कि साई में ऎसी कोई योग्यता नहीं थी जिससे उनका अनुकरण किया जाए या फिर उनकी पूजा की जाए।
उन्होंने कहा कि सभी का आधार एक है लेकिन साई के नाम पर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है।
साई पर विवादित बयान देने के बाद खड़े हुए बवाल पर शंकराचार्य ने कहा कि मैंने कोई आपत्तिजनक बात नहीं कही है जिस पर इतना हो हल्ला मचाया जाए। साधु संत उनके साथ समर्थन में है।
शंकराचार्य ने सरकारी विभागों में हिन्दी लागू करने पर मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि हिन्दी भाषा को लेकर मोदी के उठाए गए कदम को हमारा समर्थन है।
वहीं दिग्विजय सिंह से अपवने संबंधों पर शंकराचार्य ने कहा कि दिग्विजय सिंह मेरे चेले हैं ना कि मैं उनका चेला हूं।
गौरतलब है कि शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शिरड़ी साई बाबा की पूजा को उचित नहीं ठहराया था।
उन्होंने साई को भगवान मानने से इंकार करते हुए कहा था कि लोगों को साई की पूजा नहीं करनी चाहिए।
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