बाड़मेर दबंग आयुक्त ने बदली शहर की फ़िज़ा ,करोडो की जमीन अतिक्रमण मुक्त कराई
बाड़मेर शहर में लम्बे अरसे बाद युवा आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने अतिकर्मियो को आँखे दिखाई ,वर्ना बाड़मेर में आयुक्तों से मेल मिलाप कर भूमाफिया अपना कारोबार बड़झा ही रहे थे जिसमे आयुक्तों की चंडी खूब हुई ,मगर नए नियुक्त आयुक्त ने शुक्रवार को शहर से करोडो रुपयो की सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त करा बाड़मेर की जनता को भूमाफियो से राहत दी ,बाड़मेर की जनता को लम्बे अरसे बाद ऊर्जावान और निष्ठावान आयुक्त मिला। जोधाराम विश्नोई के पदभार ग्रहण से पहले नगर परिषद नरक परिषद बन गया था उनके पदभार ग्रहण के दस दिन बाद ही बाड़मेर शहर की गलियो में सफाई कर्मी दिखने लगे बाकायदा काम करते हुए ,नलियो और सडको की सफाई हुए अरसा बीत गया था ,बच्छो के लिए एक मात्र बगीचा महावीर पार्क में विकास कार्य शुरू होना बड़ी उपलब्धि हह। नए आयुक्त से बाड़मेर की जनता को अपेक्षाएं हैं जिन पर वो खरा उतरेंगे ,बाड़मेर शहर विकास के मामले में काफी पिछड़ा हैं ऐसा नहीं की विकास कार्य , विकास के करोडो रुपये के काम कागजो में पूर्ण हो गए ,कच्ची बस्तिया आज भी विकास को तरस रही हैं। शहर में अँधेरे का राज हैं ,आयुक्त शहर का भरमन करते हुए दिखे हैं अच्छा लगा ,जब अधिकारी अच्छा प्रशासक हो कार्मिक अपने आप सुधरते हैं ,मगर आयुक्त उन कार्मिको सेबचे जो आयुक्त को अपने आप में ढाल देने की कला में माहिर हैं।
बाड़मेर शहर में अभी काफी सरकारी जमीनो पर भूमाफियो का कब्ज़ा हैं ,इन कब्जो को हटाने का सहस भी दिखाना होगा ,महावीर नगर जैसे इलाके में दो करोड़ का सरकारी भूखंड अतिकर्मियो के कब्ज़े में हैं। ऐसे कई उदहारण हैं। खैर आशा हे सब अच्छा होगा ,
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बाड़मेर शहर में लम्बे अरसे बाद युवा आयुक्त जोधाराम विश्नोई ने अतिकर्मियो को आँखे दिखाई ,वर्ना बाड़मेर में आयुक्तों से मेल मिलाप कर भूमाफिया अपना कारोबार बड़झा ही रहे थे जिसमे आयुक्तों की चंडी खूब हुई ,मगर नए नियुक्त आयुक्त ने शुक्रवार को शहर से करोडो रुपयो की सरकारी जमीन अतिक्रमण मुक्त करा बाड़मेर की जनता को भूमाफियो से राहत दी ,बाड़मेर की जनता को लम्बे अरसे बाद ऊर्जावान और निष्ठावान आयुक्त मिला। जोधाराम विश्नोई के पदभार ग्रहण से पहले नगर परिषद नरक परिषद बन गया था उनके पदभार ग्रहण के दस दिन बाद ही बाड़मेर शहर की गलियो में सफाई कर्मी दिखने लगे बाकायदा काम करते हुए ,नलियो और सडको की सफाई हुए अरसा बीत गया था ,बच्छो के लिए एक मात्र बगीचा महावीर पार्क में विकास कार्य शुरू होना बड़ी उपलब्धि हह। नए आयुक्त से बाड़मेर की जनता को अपेक्षाएं हैं जिन पर वो खरा उतरेंगे ,बाड़मेर शहर विकास के मामले में काफी पिछड़ा हैं ऐसा नहीं की विकास कार्य , विकास के करोडो रुपये के काम कागजो में पूर्ण हो गए ,कच्ची बस्तिया आज भी विकास को तरस रही हैं। शहर में अँधेरे का राज हैं ,आयुक्त शहर का भरमन करते हुए दिखे हैं अच्छा लगा ,जब अधिकारी अच्छा प्रशासक हो कार्मिक अपने आप सुधरते हैं ,मगर आयुक्त उन कार्मिको सेबचे जो आयुक्त को अपने आप में ढाल देने की कला में माहिर हैं।
बाड़मेर शहर में अभी काफी सरकारी जमीनो पर भूमाफियो का कब्ज़ा हैं ,इन कब्जो को हटाने का सहस भी दिखाना होगा ,महावीर नगर जैसे इलाके में दो करोड़ का सरकारी भूखंड अतिकर्मियो के कब्ज़े में हैं। ऐसे कई उदहारण हैं। खैर आशा हे सब अच्छा होगा ,
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