बीकानेर। राजस्थान के हनुमानगढ़ में भिरानी इलाके में स्थित एक मठ की अकूत संपत्ति के चलते वहां के महंत की हत्या कर दी गई। हत्या के पीछे किसका हाथ है पुलिस इसका पता लगा रही है।
यह साफ हो गया है कि मठ की संपत्ति के चलते ही महंत की हत्या की गई है। काफी दिनों से इस संपत्ति के लिए विवाद चला आ रहा था।
पुलिस के अनुसार हरियाणा सीमा से लगते डाबड़ी गांव में स्थित शिव मंदिर परिसर में सुबह करीब नौ बजे जूना अखाड़ा के एक मठ के महंत राघविंद्र गिरी का शव खून से लथपथ चारपाई पर पाया गया।
उनके सिर पर भारी वस्तु से प्रहार के निशान पाए गए। पुलिस के मुताबिक राघविंद्र गिरी के साथ शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे तक कु छ कांवडिए और अन्य लोग देखे गए जो बाद में चले गए।
पुलिस के अनुसार इस मठ की काफ ी चल और अचल सम्पति है। इस पर एक साधु के वेश में रहने वाले शख्स की नीयत थी। इस संबंध में महंत का उससे विवाद भी चल रहा था। -
यह साफ हो गया है कि मठ की संपत्ति के चलते ही महंत की हत्या की गई है। काफी दिनों से इस संपत्ति के लिए विवाद चला आ रहा था।
पुलिस के अनुसार हरियाणा सीमा से लगते डाबड़ी गांव में स्थित शिव मंदिर परिसर में सुबह करीब नौ बजे जूना अखाड़ा के एक मठ के महंत राघविंद्र गिरी का शव खून से लथपथ चारपाई पर पाया गया।
उनके सिर पर भारी वस्तु से प्रहार के निशान पाए गए। पुलिस के मुताबिक राघविंद्र गिरी के साथ शुक्रवार रात करीब साढे दस बजे तक कु छ कांवडिए और अन्य लोग देखे गए जो बाद में चले गए।
पुलिस के अनुसार इस मठ की काफ ी चल और अचल सम्पति है। इस पर एक साधु के वेश में रहने वाले शख्स की नीयत थी। इस संबंध में महंत का उससे विवाद भी चल रहा था। -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें