कोटा। राजस्थान के कोटा की एक अदालत में शुक्रवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने भारतीय पुलिस सेवा के निलंबित अधिकारी सत्यवीर सिंह और उनके दो सहयोगियों के खिलाफ चालान पेश कर दिया गया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सत्यवीर सिंह को जयपुर कारागार से जबकि उनके लिए बिचौलिए का काम करने वाले दम्पती निसार तंवर और उसकी पत्नी फरहीन को विशिष्ठ न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण) में पेश किया। ब्यूरो ने सत्यवीर सिंह सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ तीन हजार पृष्ठों से भी अधिक का विस्तृत चालान पेश किया।
राज्य सरकार ने इसी सप्ताह ब्यूरो को इन तीनों आरोपियों के खिलाफ चालान पेश करने की अनुमति दी थी। उल्लेखनीय है कि जयपुर से आई ब्यूरों की विशेष टीम ने भूमिविवाद के मामलें में दो लाख रूपए की रिश्वत लेने के आरोप में गत 27 मई को कोटा शहर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह और उनके लिए दलाली करने वाले निसार तंवर और फरहीन को गिरफ्तार किया था।
सत्यवीर को इस मामले के जांच अधिकारी ब्यूरों के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी जयपुर जेल से कोटा लाए थे। सत्यवीर को सुरक्षा घेरे में न्यायालय में लाया गया था। -
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सत्यवीर सिंह को जयपुर कारागार से जबकि उनके लिए बिचौलिए का काम करने वाले दम्पती निसार तंवर और उसकी पत्नी फरहीन को विशिष्ठ न्यायालय (भ्रष्टाचार निवारण) में पेश किया। ब्यूरो ने सत्यवीर सिंह सहित तीनों आरोपियों के खिलाफ तीन हजार पृष्ठों से भी अधिक का विस्तृत चालान पेश किया।
राज्य सरकार ने इसी सप्ताह ब्यूरो को इन तीनों आरोपियों के खिलाफ चालान पेश करने की अनुमति दी थी। उल्लेखनीय है कि जयपुर से आई ब्यूरों की विशेष टीम ने भूमिविवाद के मामलें में दो लाख रूपए की रिश्वत लेने के आरोप में गत 27 मई को कोटा शहर के तत्कालीन पुलिस अधीक्षक सत्यवीर सिंह और उनके लिए दलाली करने वाले निसार तंवर और फरहीन को गिरफ्तार किया था।
सत्यवीर को इस मामले के जांच अधिकारी ब्यूरों के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी जयपुर जेल से कोटा लाए थे। सत्यवीर को सुरक्षा घेरे में न्यायालय में लाया गया था। -
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