नई दिल्ली। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने एक बार फिर साई बाबा के खिलाफ विवादित बयान दिया है। शंकराचार्य ने साई बाबा को वैश्या पुत्र बताते हुए कहा कि उन्होंने वैश्या की संतान के रूप में जन्म लिया।
शंकराचार्य ने कहा, इंटरनेट में यह बताया गया है कि पिंडारी बहरूद्दीन, जो अफगानिस्तान का रहने वाला था, वह अहमदनगर आया और एक वेश्या के यहां रहा। वहीं ये चांद मियां पैदा हुए, जो शिरडी का साई बाबा है।
शंकराचार्य यहीं नहीं रूके। उन्होंने तो साई बाबा के बढ़ते भक्तों को संक्रामक बीमारी की तरह बताया, `हिंदू तो हिंदू रहेगा, चाहे वो किसी का भी भक्त हो, आखिर वो दिखाएगा कि वो हिंदू है।
हम लोग जो बात कह रहे हैं, वो दूसरी दृष्टि से कह रहे हैं। उदाहरण के लिए समझिए, जैसे बंगला रोग होता है, आंख लाल हो जाती है, लोग कहते हैं ना कि ये संक्रामक रोग है, दूर रहो। वैसे ही ये संक्रामक रोग जैसा फैल रहा है।
जब शंकराचार्य से पूछा गया कि कहीं उन्हें ईष्र्या तो नहीं हो रही है, जो वो अचानक साई बाबा के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं, तो शंकराचार्य ने कहा कि साई के भक्त हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठग रहे हैं, जो आपत्तिजनक है।
शंकराचार्य ने कहा, हमको उनसे ईष्र्या तो नहीं हो रही है, लेकिन आपत्ति है। आज उनके जो अनुयायी हैं, वो साई को विराट रूप में दिख रहे हैं। बंसी बजाते दिखा रहे हैं, शेषनाग के रूप में दिखा रहे हैं, कहीं अवतार के रूप में दिखा रहे हैं।
शंकराचार्य ने कहा, इंटरनेट में यह बताया गया है कि पिंडारी बहरूद्दीन, जो अफगानिस्तान का रहने वाला था, वह अहमदनगर आया और एक वेश्या के यहां रहा। वहीं ये चांद मियां पैदा हुए, जो शिरडी का साई बाबा है।
शंकराचार्य यहीं नहीं रूके। उन्होंने तो साई बाबा के बढ़ते भक्तों को संक्रामक बीमारी की तरह बताया, `हिंदू तो हिंदू रहेगा, चाहे वो किसी का भी भक्त हो, आखिर वो दिखाएगा कि वो हिंदू है।
हम लोग जो बात कह रहे हैं, वो दूसरी दृष्टि से कह रहे हैं। उदाहरण के लिए समझिए, जैसे बंगला रोग होता है, आंख लाल हो जाती है, लोग कहते हैं ना कि ये संक्रामक रोग है, दूर रहो। वैसे ही ये संक्रामक रोग जैसा फैल रहा है।
जब शंकराचार्य से पूछा गया कि कहीं उन्हें ईष्र्या तो नहीं हो रही है, जो वो अचानक साई बाबा के खिलाफ लगातार बोल रहे हैं, तो शंकराचार्य ने कहा कि साई के भक्त हिंदू धर्म के अनुयायियों को ठग रहे हैं, जो आपत्तिजनक है।
शंकराचार्य ने कहा, हमको उनसे ईष्र्या तो नहीं हो रही है, लेकिन आपत्ति है। आज उनके जो अनुयायी हैं, वो साई को विराट रूप में दिख रहे हैं। बंसी बजाते दिखा रहे हैं, शेषनाग के रूप में दिखा रहे हैं, कहीं अवतार के रूप में दिखा रहे हैं।
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